आखिरी सांसें गिन रहा शहर का मेन डाकघर

Update: 2023-09-26 12:20 GMT
श्री मुक्तसर साहिब। डाक विभाग विभिन्न किस्में की योजनाओं चलाकर लोगों को व ओर जनहित्त सेवाएं देता है व अपने ओर आकर्षित करता है, परंतु इतना लंबा समय बीत जाने के बावजूद भी जिला डाकघर अभी तक किराए की इमारत में ही अपना कार्य चल रहा है। जबकि इस इमारत की हालत भी इस समय बहुत खस्ता हालत छत से जगह-जगह पानी निकल रहा था।
यह इमारत काफी पुरानी व असुरक्षित होने के साथ-साथ ईमारत में जरूरत के अनुसार जगह की भी कमी है व उपभोक्ताओं के लिए पूरे काउंटर भी नहीं है, जिसके कारण आम पब्लिक को कार्य करवाने समय बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी तो उपभोक्तों को अपना कार्य करवाने के लिए काफी समय का इंतजार करना पड़ता है व लाइन में खड़े रहने के लिए जगह भी नहीं मिलती, न ही उपभोक्ताओं, सीनियर सिटीजन के बैठने के लिए प्रबंध है। इस उपरांत एडरैस वगैरह लिखने के लिए कोई काउंटर भी विभाग द्वारा नहीं लगाया गया। जगह कम होने के कारण जब उपभोक्ताओं की गिनती बढ़ जाती है तो उन्हें काफी परेशानी होती है। उपभोक्ताओं को अटैंड करने के लिए लगे काउंटर की ऊंचाई काफी ज्यादा है। पार्किंग के लिए कोई जगह नहीं है।
डाकखाना मुख्य सड़क पर न हो ने के कारण रैड क्रॉस कंप्लैक्स में है। गाड़ियां पार्किंग करते समय ठेकेदार उपभोक्ताओं से पैसे वसूल करता है, जबकि रेड क्रॉस से किराए के इकरारनामे में पार्किंग के लिए जगह देने की शर्त रखी गई थी। इससे पहले डाकघर नगर कौंसिल की जगह में लीज पर 2 नवम्बर 1902 को होंद में आया था, परंतु वह इमारत काफी पुरानी व असुरक्षित होने के कारण खाली करके रैड क्रॉस की बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया। किराए पर लेने के लिए टैंडर मांगे थे। इस उद्देश्य से बी.एस.एन.एल. ने अपने खाली पड़े कार्यालय का टैंडर भरा था, परंतु डाक विभाग को यह रास नहीं आया। नेशनल कंज्यूमर अवैयरनैस ग्रुप के जिलाध्यक्ष श्याम लाल गोयल ने डाक विभाग मंत्री अश्विनी वैश्नव को लिखकर मांग की है कि दूसरे विभागों की तरह डाक विभाग को भी अपग्रेड किया जाए व मुख्य डाकघर के लिए नई ईमारत तैयार करवाई जाएं। इस अवसर पर गोबिंद सिंह दाबड़ा, बलदेव सिंह बेदी, जसवंत सिंह बराड़, गुरजंट सिंह बराड़, सुभाष चगती, बूटा राम, काला सिंह बेदी भंवर लाल, बलजीत सिंह आदि उपस्थित थे।
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