मंदिर-मस्जिद से स्वेच्छा से उतारे लाउडस्पीकर, पुजारी-मौलवी ने पेश की भाईचारे की मिसाल
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झांसी के थाना बड़ागांव अंतर्गत कस्बा बड़ागांव में रविवार को मंदिर और मस्जिद में लगे लाउडस्पीकरों को अपनी-अपनी इच्छा से मंदिर-मस्जिद से स्वेच्छा से उतारे लाउडस्पीकर देते हुए उतार लिया गया है. दोनों समुदाय के लोगों ने बताया है कि क्षेत्र में किसी तरह का कोई विवाद या मनमुटाव ना हो जिसके चलते उन लोगों ने अपने-अपने लाउडस्पीकरों को हटा दिया है.
इस दौरान, पुजारी ने राम जानकी मंदिर से लाउडस्पीकर हटवाया तो वहीं मौलवी ने मस्जिद से लाउडस्पीकर उतरवा कर भाईचारे की मिसाल पेश की. इस कदम के बाद पूरे बड़ा गांव में पुजारी और मौलवी की तारीफ हो रही है.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर पर अजान को लेकर हंगामा मचा हुआ. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने चेतावनी दी है कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए जाते हैं तो महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना भी 3 मई से लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा पढ़ना शुरू कर देगी.
वहीं निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा को मुंबई की एक अदालत ने 14 दिनों के लिए जेल भेज दिया है. हालांकि रविवार को भी दोनों रात पुलिस स्टेशन के लॉकअप में ही गुजारेंगे. उन पर इल्जाम है कि दोनों ने भड़काने और शांति भंग करने की कोशिश की.
बता दें कि सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने ऐलान किया था कि 23 अप्रैल को वो मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. उनके इस ऐलान के बाद मुंबई में बीते शनिवार को पूरा दिन हंगामा होता रहा. उसके बाद पुलिस ने दोनों पर मामला दर्ज कर हिरासत में ले लिया. इसके बाद दोनों को कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.