प्रोफेसर पर कसा कानून का शिकंजा, 62 साल की उम्र में चढ़ा इश्क का खुमार, मुश्किल में

FIR दर्ज.

Update: 2025-01-03 02:37 GMT

सांकेतिक तस्वीर

अमरोहा: यूपी के अमरोहा में 62 साल की उम्र में प्रोफेसर पर इश्क का खुमार हावी हो गया। वह केक लेकर बेधड़क अपनी आधी उम्र की लैब असिस्टेंट के ऑफिस में पहुंच गया। बेधड़क आई लाइक यू डार्लिंग बोलते हुए प्रपोज कर डाला और फिर किस करने के इरादे से दबोच लिया। एतराज जताने के बावजूद काफी देर तक प्रोफेसर जिद पर अड़ा रहा। बाद में लैब असिस्टेंट के शोर मचाने पर ऑफिस में दूसरे कर्मियों को आता देख अपने इरादों में नाकाम आरोपी प्रोफेसर केक वहीं फेंककर भाग निकला। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। गिरफ्तारी से पहले पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।
घटना रजबपुर थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे स्थित एक यूनिवर्सिटी कैंपस की है। गजरौला निवासी 34 वर्षीय एक महिला यहां संचालित कोरोना वार्ड में बतौर लैब असिस्टेंट नौकरी करती है जबकि मूलरूप से मेरठ निवासी करीब 62 वर्षीय एक एमबीबीएस चिकित्सक भी इसी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं। वह नोएडा से वाया कार रोजाना ड्यूटी पर आता-जाता है। बताया जा रहा है कि प्रोफेसर काफी वक्त से महिला लैब असिस्टेंट पर बुरी नजर रखे हुए था लेकिन उम्रदराज होने के चलते लैब असिस्टेंट को इसका रत्तीभर भी एहसास नहीं था। बीती 30 दिसंबर को दोपहर में प्रोफेसर केक लेकर खुद महिला लैब असिस्टेंट के ऑफिस में पहुंच गया। बोला, दो दिन बाद नया साल आने वाला है और अभी पांच दिन पहले ही क्रिसमस गुजरा है ऐसे में हम दोनों केक काटकर इन दोनों इवेंट की खुशियां को साझा कर सकते हैं।
महिला लैब असिस्टेंट तब भी प्रोफेसर की गंदी नीयत को नहीं भांप पाई और ये ठीक नहीं है बोलकर केक काटने से मना कर दिया। आरोप है कि इसके बाद प्रोफेसर ने आई लाइक यू डार्लिंग बोलकर किस करने के इरादे से महिला लैब असिस्टेंट को दबोच लिया। अचानक प्रोफेसर की इस हरकत पर घबराई महिला लैब असिस्टेंट ने शोर मचाकर बाकी स्टाफ को अपने ऑफिस में बुला लिया। प्रोफेसर केक छोड़कर मौके से भाग गया। महिला लैब असिस्टेंट के परिजन भी यूनिवर्सिटी आ गए और आरोपी प्रोफेसर पर कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा कर दिया। बाद में प्रबंधन ने पुलिस को बुलाकर कार्रवाई का आश्वासन देते हुए बमुश्किल मामला शांत कराया गया।
सीनियर होने के साथ-साथ उम्र 62 पार होने के कारण पीड़िता ने प्रोफेसर की हरकतों को एक-दो नहीं बल्कि कई बार नजरअंदाज किया। इतना ही नहीं इसके बाद प्रोफेसर ने स्टाफ से ही उसका मोबाइल नंबर हासिल कर लिया और फिर व्हाट्सऐप पर मैसेज भेजने शुरू कर दिए। पीड़िता ने पुलिस को व्हाट्सऐप चैटिंग से जुड़े स्क्रीन शॉट भी दिए हैं।
यूनिवर्सिटी में ज्वाइनिंग से पहले आरोपी प्रोफेसर की फौज में बतौर चिकित्सक भी तैनाती रही है। बताया जा रहा है अक्खड़ और रंगीला मिजाज होने के कारण वहां भी ऐसी हरकतों को लेकर हंगामा हुआ था। करीब चार साल तक फौज में सेवाएं देने वाले चिकित्सक को आखिर में ड्यूटी से हटा दिया गया था।
पूरा मामला जानने के लिए चांसलर ने पीड़िता और आरोपी के अलावा सीनियर स्टाफ को अपने ऑफिस में बुला लिया। आरोपी को यहां भी अपनी इस हरकत पर कोई पछतावा नहीं हुआ बल्कि सबके सामने भी उसने साफ बोल दिया कि क्या ऐसा करना कोई गुनाह है, आई लाइक हर, आखिर इसमें बुराई क्या है। चांसलर ने जांच के लिए कमेटी गठित करते हुए उसी वक्त प्रोफेसर को निलंबित भी कर दिया।
प्रभारी निरीक्षक प्रेमपाल सिंह ने बताया, यूनीवर्सिटी से जुड़े मामले में आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ छेड़छाड़ के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पीड़िता का बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर प्रबंधन ने आरोपी प्रोफेसर को निलंबित भी कर दिया है।
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