कर्नाटक। कर्नाटक के कारवार बंदरगार में तैनात भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य (INS Vikramaditya) में आग लग गई. युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य में यह आग बुधवार देर शाम लगी. नौसेना के युद्धपोत में आग लगने की घटना के कुछ देर बाद उस पर काबू पा लिया गया.
नौसेना ने बताया कि जहाज पर सवार सभी कर्मी सुरक्षित है. इस मामले में बोर्ड ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं. आग लगने के बाद जहाज के चालक दल ने अग्निशमन यंत्रों का उपयोग करके आग पर काबू पाया. इस दौरान किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है.
बता दें कि भारतीय नौसेना का सबसे बड़ा विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य दुनिया के 10 सबसे बड़े एयरक्राफ्ट करियर्स में शामिल है. यह 283.5 मीटर लंबा है. इसकी बीम 61 मीटर की है. यह एक कीव-क्लास का मॉडिफाइड एयरक्राफ्ट करियर है. जो भारतीय नौसेना में साल 2013 में शामिल किया गया था. इससे पहले यह सोवियत नौसेना और फिर रूसी नौसेना के लिए सेवाएं दे चुका है. इसका डिस्प्लेसमेंट 45,400 टन है. इस पोत पर 36 लड़ाकू विमान तैनात हो सकते हैं. जिसमें 26 मिकोयान MiG-29K मल्टी रोल फाइटर्स और Kamov Ka-31 AEW&C और Kamov Ka-28 ASW हेलिकॉप्टर्स शामिल हैं.नेवी युद्धपोत में आग लगने की यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी नेवी युद्धपोत में आग लगने की खबरें आती रही हैं. इससे पहले 8 मई 2021 को आईएनएस विक्रमादित्य (INS Vikramaditya) में आग लगी थी. उस समय भारतीय नौसेना (Indian Navy) की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया था कि यह मामूली आग थी. आग पर काबू पा लिया गया है.
ऐसा ही एक वाकया 30 मार्च 2022 को हुआ था, जब मुंबई में भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस त्रिकंद (INS Trikand) में आग लग गई. युद्धपोत आईएनएस त्रिकंद में शाम 5 बजे आग लगी थी. नौसेना के युद्धपोत में आग लगने की घटना के तुरंत बाद मशीनरी डिब्बे में अलर्ट वॉच कीपर्स ने आग बुझा दी थी.
युद्धपोत आईएनएस त्रिकंद पर लगी आग में राहत की बात यह रही कि इसमें कोई भी सेना का जवान घायल नहीं हुआ था. भारतीय नौसेना की ओर से जारी किए गए आधिकारिक बयान में कहा गया कि आईएनएस त्रिकंद पर लगी आग को बुझाने के बाद जहाज की सभी प्रणालियों को फिर से सक्रिय कर दिया गया.