CRPF ट्रेनिंग सेंटर में जवान ने की फायरिंग, मचा हड़कंप

जांच जारी

Update: 2022-07-11 01:02 GMT

राजस्थान। राजस्थान के जोधपुर शहर में स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (Central Reserve Police Force CRPF) ट्रेनिंग सेंटर में एक जवान ने अचानक परिवार सहित खुद को ही बंधक बना डाला. घटना रविवार-सोमवार देर रात की है. सीआरपीएफ जवान ने अपने साथ बेटी और पत्नी को भी बंधक बना लिया है. रात करीब ढाई बजे (10-11 जुलाई की मध्य रात्रि) खबर लिखे जाने तक बेकाबू जवान को काबू किए जाने की हर कोशिश नाकाम हो चुकी थी. घटना के बारे में स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारियों को भी अलर्ट कर दिया गया था. सूचना पाते ही वे भी मौके पर पहुंच चुके हैं.

मौके पर मौजूद पुलिस आयुक्त रविदत्त गौड़ ने देर रात मीडिया से कहा, "घटना की सूचना मिलते ही थाना पुलिस, इलाका पुलिस सर्किल अधिकारी सहित तमाम पुलिस बल मौके पर पहुंच चुका है. सीआरपीएफ के उच्चाधिकारियों को भी सूचना दे दी गई है. मौके पर थाना-प्रभारी कैलाश दान खुद मौजूद हैं. वे पल-पल के डवलपमेंट पर पैनी नजर रखे हैं. मैं खुद भी घटनास्थल पर ही मौजूद हूं. जिस फ्लैट के अंदर घटना घटी है उसके करीब पहुंच पाना मुश्किल हो रहा है. क्योंकि फ्लैट के अंदर से रुक-रुक कर गोलियां चलने की आवाज आ रही है. सीआरपीएफ के जिस जवान ने इस कांड को अंजाम दिया है, वो अपने सरकारी फ्लैट की बालकनी में आकर बीच-बीच में हथियार अंदर चला जा रहा है."

चूंकि फ्लैट के अंदर बार-बार गोलियां चलने की आवाजें आ रही हैं. सीआरपीएफ जवान भी बालकनी में बीच बीच में हाथ में मौजूद राइफल को लेकर आ-जा रहा है. ऐसे में जवान को काबू करने की कोशिशें तो जारी हैं. कोई भी मगर उसके सामने जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है. घटनास्थल पर मौजूद सीआरपीएफ और पुलिस अफसरों को अंदेशा है कि उनके आगे बढ़ते ही कहीं पहले से ही गुस्से में अंधाधुंध फायरिंग कर रहा जवान कहीं और ज्यादा गुस्से से न बिफर पड़े. घटनास्थल पर जवान के परिजनों को बुलाया गया था. वे भी पहुंच चुके हैं. परिवार वालों की बात भी जवान से कराई गई. जोकि निष्फल रही.

वहीं, डीसीपी अमृता दुहन (जोधपुर ईस्ट) ने कहा, 'हमने उससे संपर्क स्थापित करने की कोशिश की लेकिन वह ऐसा करने से इनकार कर रहा है. हम सभी एहतियात बरत रहे हैं क्योंकि वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ हैं. आशंका है कि वह किसी बात से परेशान है.

जोधपुर पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, नरेश जाट नाम का यह सीआरपीएफ जवान मूल रुप से राजस्थान के ही पाली जिले के गांव राजोला कला का निवासी है. बीते करीब 3 साल से जोधपुर सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र में तैनात जवान नरेश जाट के सरकारी फ्लैट से, रविवार शाम करीब 5 बजे गोली चलने की आवाज पहली बार सुनाई दी. गुस्से में तमतमा रहे जवान ने वो फायर अपने फ्लैट की बालकनी से हवा में किया था. पहली गोली चलते ही मौके पर पहुंचे सीआरपीएफ के अफसर और जवानों ने उसे समझाने की कोशिशें कीं, जो सबकी सब नाकाम रहीं. मामला गंभीर होता देख सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र ने तत्काल इलाका थाने को घटना की सूचना दी.

सूचना मिलते ही थाना प्रभारी कैलाश दान भी मौके पर पहुंच गए. थाना पुलिस के समझाने का भी जब जवान के ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ा तब, थाना पुलिस ने जोधपुर जिला पुलिस के अधिकारियों को सूचित किया. सूचना पाते ही पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ खुद भी दलबल के साथ मौके पर जा पहुंचे. उन्होने खुद भी फ्लैट से फायरिंग करने वाले जवान नरेश जाट को समझाया. जिसका कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला. पुलिस अधिकारियों ने सीआरपीएफ अफसरों और गुस्से में फायरिंग करने वाले जवान के परिजनों को भी मौके पर बुलाकर उनसे जवान का बैकग्राउंड पता किया.

पुलिस अफसरों को मालूम चला है कि नरेश जाट शराब पीने का आदी है. वो गुस्सैल प्रवृत्ति का है. देर रात खबर लिखे जाने तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि, सीआरपीएफ जवान ने आखिर गोलीबारी अचानक क्यों शुरू कर दी? मौके पर मौजूद जोधपुर पुलिस से जब पूछा गया कि क्या, जवान ने शराब के नशे में घटना को अंजाम दिया है? तो उनका कहना था कि, "फिलहाल कुछ ठोस तौर पर कह पाना मुश्किल है. जब तक जवान से पूछताछ न हो. या फिर वो पुलिस के करीब न पहुंचे. तब तक किसी ठोस फैसले पर पहुंच पाना मुश्किल है." हालांकि वहीं दूसरी ओर मौके पर मौजूद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अफसरों-जवानों में जरूर यह चर्चा सुनी गई कि, गोलियां चलाने वाला सिपाही शराब के नशे में धुत लग रहा है!

स्थानीय पुलिस के मुताबिक, फ्लैट के भीतर जवान ने अपने साथ पत्नी और बेटी को भी कैद कर रखा है. रात करीब ढाई बजे खबर लिखे जाने तक जवान के पिता और भाई भी मौके पर पहुंच चुके हैं. उन्होंने भी समझाने की काफी कोशिश की. उनकी भी हर कोशिश अभी तक नाकाम रही है. पिता ने फ्लैट के भीतर से रुक-रुक कर गोलियां चलाने वाले बेटे से मोबाइल पर बात करके उससे घटना को अंजाम देने की वजह पूछी. मगर दूसरी ओर से गोलियां दाग रहे जवान ने गुस्से में मोबाइल फोन को डिस्कनेक्ट कर दिया. जिससे अभी तक कोई ऐसा रास्ता नहीं मिल पा रहा है जो, जवान को शांत करने में मददगार साबित हो सके. हालांकि जवान के फ्लैट को चारों ओर से सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस ने एहतियातन घेर रखा है. ताकि गुस्से से बौखलाया जवान कहीं हथियार से गोलियां दागता हुआ अपने फ्लैट से बाहर न निकल आए.

राजस्थान पुलिस में कार्यरत और इन दिनों पाली में ट्रैफिक पुलिस में तैनात सीआरपीएफ जवान के भाई से भी पुलिस और सीआरपीएफ अफसरों ने बात की है. उसने बताया कि कुछ माह पहले ही सीआरपीएफ जवान नरेश जाट का एक्सीडेंट हुआ था. उसके बाद से ही वो अक्सर अपना आपा खो बैठता है. मगर कुछ देर बाद खुद ही शांत भी हो जाता था. यह पहली मर्तबा देखने में आ रहा है जब वो इतने घंटे बाद भी काबू नहीं आ पा रहा है. स्थानीय पुलिस के कुछ अधिकारियों का यह भी कहना है कि, 'गुस्से में फायरिंग कर रहा जवान बार बार कह रहा है कि वो खुद भी मर जाएगा और बाकी सबको भी मार डालेगा.' उधर सीआरपीएफ अफसरों ने देर रात पुलिस को यह कन्फर्म कर दिया है कि आरोपी के हाथ में मौजूद लोडिड राइफल इंसास है.

इंसास राइफल में 20 राउंड (गोलियां)होती हैं. गुस्सैल जवान नरेश जाट के पास करीब 40 गोलियां मौजूद होने की बात भी सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र के अधिकारियों ने थाना पुलिस को बताई है. जोकि एक और भी बड़ी चुनौती है. गुस्से में इस कदर भरे जवान के हाथ में इंसास सी खतरनाक मारक क्षमता वाली 40 गोलियों के साथ राइफल की उपलब्धता घटना को किसी भी खतरनाक रुख की ओर मोड़ सकती है. कहा जाता है कि इन्हीं 40 गोलियों में से अब तक 8 गोलियां हवा में चलाई जा चुकी हैं.


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