मेक इन इण्डिया की पहचान भारतीय रेल की नई वन्दे भारत ट्रेन

Update: 2023-07-01 13:35 GMT
जबलपुर। 'मेक इन इंडिया' और आत्मनिर्भर भारत के विज़न को साकार करने की दिशा में, अत्याधुनिक वंदे भारत ट्रेन भारतीय रेल पर नई पहचान बन गई है। भारतीय रेल पर यात्रियों को उच्च गति और विश्व स्तरीय सुविधाओं एवं आरामदायक सुखद तथा बेहतर रेल यात्रा अनुभव के साथ एक नए युग की शुरुआत करते हुए वन्दे भारत ट्रेन चलाई जा रही है। वन्दे भारत ट्रेन भारत के विभिन्न शहरों के बीच कनेक्टिविटी में सुधार, यात्रा के समय की बचत और यात्रा के आराम को बेहतर कर रही है। ये वंदे भारत ट्रेनें हमारे देश के हर कोने में एक नए भारत-विकसित भारत का संदेश पंहुचा रही है। वंदे भारत नवाचार की भावना, मेक इन इंडिया और भारत की प्रतिभा का वंदन और अभिनंदन है।
वंदे भारत ट्रेन चलाने का मुख्य उद्देश्य एक शहर को कम से कम समय में दूसरे शहर के साथ कनेक्ट करना है। यह आधुनिक सेमी हाई स्पीड ट्रेन भारतीय रेलवे के लिए श्रेष्ठतर डिजाइन, इंटीरियर और गति के मानकों के साथ एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, जो यात्रियों को एक सुखद यात्रा अनुभव प्रदान करती है। वंदे भारत ट्रेन ‘कवच‘ तकनीक के साथ उन्नत एवं अत्याधुनिक संरक्षा विशेषताओं से लैस है, जो बेहतर सुविधाओं के साथ यात्रियों को हवाई यात्रा जैसा अनुभव कराती है।
वंदे भारत एक स्व-चालित सेमी-हाई स्पीड ट्रेन में उच्च गति और विश्व स्तरीय सुविधाओं में आरामदायक सीटें, स्वचालित दरवाजे, ऑन-बोर्ड वाई-फाई इंफोटेनमेंट, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, आकर्षक इंटीरियर, टच फ्री सुविधाओं के साथ बायो वैक्यूम शौचालय, डिफ्यूज्ड एलईडी लाइटिंग, हर सीट के नीचे चार्जिंग पॉइंट, व्यक्तिगत टच आधारित रीडिंग लाइट और कंसील्ड रोलर ब्लाइंड्स जैसी बेहतर यात्री सुविधाएं हैं। यात्रियों को गर्म भोजन, गर्म और ठंडे पेय पदार्थों की उपलब्धता हेतु प्रत्येक कोच में मिनी पेंट्री सुविधा उपलब्ध है। सभी श्रेणियों में आरामदायक रिक्लाइनिंग सीटें प्रदान की गई हैं, जबकि एक्जिक्यूटिव कोचों में 180 डिग्री घूमने वाली सीटों की अतिरिक्त सुविधा है। वंदे भारत एक्सप्रेस में संरक्षा संबंधी कई उन्नत उपाय भी शामिल हैं। इस ट्रेन को “कवच” तकनीक से लैस किया गया है जो कि स्वदेश में विकसित ट्रेन कोलिजन अवॉयडेंस सिस्टम है।
नई वन्दे भारत ट्रेन नंबर 20173/20174 रानी कमलापति-जबलपुर-रानी कमलापति वंदे भारत एक्सप्रेस दिनाँक 28 जून 2023 से नियमित सेवा शुरू की गई। वंदे भारत ट्रेन के संचालन से महाकौशल क्षेत्र जबलपुर को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से जोड़ेगी तथा आसपास के धार्मिक स्थल, पर्यटन स्थलों की कनेक्टिविटी बढ़ी साथ ही क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो रहा। पर्यटन की दृष्टि से जबलपुर में धुँआधार जलप्रपात, भेड़ाघाट, बरगी बाँध, चैसठ योगिनी मंदिर, कचनार सिटी, जगद्गुरू शंकराचार्य की तपोभूमि श्रीधाम, सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी हिल, तवा डेम, नर्मदापुरम, झीलों की नगरी भोपाल के साथ-साथ भोजपुर मंदिर, भीमबेटका, यूनेस्को साईट सांची स्तूप आदि विभिन्न पर्यटन स्थलों से कनेक्टीवीटी बढ़ेगी। इसके अलावा भोपाल स्थित एम्स हास्पीटल में इलाज के लिए आने-जाने वालों को सुविधा मिलेगी। जबलपुर स्थित हाईकोर्ट के लिए सीधी एवं तीव्र गति की सुविधा मिलने से प्रशासनिक कार्यों में तेजी आएगी। इसके साथ ही मध्य प्रदेश के भोपाल, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर और जबलपुर इन 4 जिलों के लोगों विशेष कर किसानों, छोटे व मध्यम व्यापारियों को फायदा होगा तथा रोजगार को बढ़ावा एवं जिले के शैक्षणिक स्थल प्रदेश की राजधानी से जुड़गे। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में 330 किलोमीटर से अधिक की दूरी केवल 4 घंटे और 35 मिनट में तय करके अपने गंतव्य तक पहुंच रही है, जिससे लगभग एक से सवा घंटे के बहुमूल्य समय की बचत, जबकि रानी कमलापति से जबलपुर के बीच यात्रा करने में लगभग 6-7 घंटे लगते हैं।
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