केयरटेकर की ली जान दरियाई घोड़े ने, जानें क्यों आया गुस्सा

विरोध में मुख्य द्वार बंद.

Update: 2024-07-29 04:32 GMT

सांकेतिक तस्वीर

रांची: झारखंड में रांची के भगवान बिरसा जैविक उद्यान में दो दिन पहले दरियाई घोड़े के हमले में घायल हुए एक केयरटेकर ने रविवार को दम तोड़ दिया। इस बारे में जानकारी देते हुए चिड़ियाघर के एक अधिकारी ने बताया कि मरने वाले की पहचान संतोष कुमार महतो के रूप में हुई है, जिनकी उम्र 54 साल थी। हमले के दौरान महतो को काफी ज्यादा चोटें आई थीं।
अधिकारी ने बताया कि महतो के साथ यह हादसा शुक्रवार को उस वक्त हुआ, जब वह दरियाई घोड़े के एक नवजात बच्चे को अन्य जगह पर ले जाने लिए उसके बाड़े में गए थे। अधिकारी ने बताया कि इस दौरान मादा दरियाई घोड़े ने महतो पर हमला कर दिया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
चिड़ियाघर के निदेशक जब्बार सिंह ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, 'दुर्भाग्य से रविवार सुबह केयरटेकर की यहां एक निजी अस्पताल में मौत हो गई।' सिंह ने कहा कि घटना की जांच शुरू कर दी गई है। मृतक के परिजनों को मुआवजा दिए जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चिड़ियाघर प्राधिकरण राज्य सरकार को 20 लाख रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान करने का प्रस्ताव भेजेगा क्योंकि महतो शुक्रवार को ड्यूटी पर थे। इसके अलावा मृतक के परिजनों को जंगली जानवर के हमले से हुई मौत के कारण नियमों के अनुसार चार लाख रुपए का मुआवजा भी मिलेगा।
आगे उन्होंने बताया कि, 'चिड़ियाघर प्रशासन ने अस्पताल का खर्च वहन किया है। हम उसके परिवार के किसी सदस्य को नौकरी दिलाने की भी कोशिश करेंगे।' इस घटना के विरोध में चिड़ियाघर के अन्य केयरटेकर्स ने चिड़ियाघर प्राधिकरण के विरोध में मुख्य द्वार बंद कर दिया। चिड़ियाघर में स्थायी और अस्थायी मिलाकर करीब 112 केयरटेकर (जानवरों की देखभाल करने वाले) कार्यरत हैं।
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