पिथौरागढ़। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) जनपद पिथौरागढ़ के दो दिवसीय दौरे के दौरान दूसरे दिवस रविवार को मुनस्यारी पहुंचे। राज्यपाल ने मुनस्यारी स्थित आईटीबीपी गेस्ट हाउस में आईटीबीपी के जवानों से भेंटवार्ता की। राज्यपाल ने आईटीबीपी के जवानों से उनका परिचय लिया। उन्होंने अपने सेवाकाल के अनुभव एवं घटनाओं को आईटीबीपी के जवानों के साथ साझा किया तथा उनका हौसला बढ़ाया। राज्यपाल ने आईटीबीपी के जवानों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि यह उनके लिए गर्व की बात है कि उन्हें भारत तिब्बत सीमा पर देश की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ है।
इस दौरान राज्यपाल स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से भी मिले। और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से उनकी आय के बारे में जानकारी ली गई तथा जिला प्रशासन को निर्देश दिये गये कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की आय बढ़ाने हेतु समुचित प्रयास किये जायें। उन्होंने उत्पादों की ब्रांडिंग, पैकेजिंग एवं मार्केटिंग पर विशेष ध्यान देने की बात कही ताकि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को उनके उत्पादों के अच्छे दाम मिल सके। स्वयं सहायता समूहों द्वारा राज्यपाल को स्थानीय खाद्य उत्पादों सहित अंगूरा खरगोश के ऊन से बनी पश्मीना शॉल, नारायण आश्रम का काष्ठ कला मॉडल एवं कालीन भेंट की गई। इस दौरान राज्यपाल कालीन व्यवसाय कर रही ‘प्रेरणा स्वयं सहायता समूह मुनस्यारी’ से बहुत प्रभावित हुए तथा प्रेरणा स्वयं सहायता समूह को रुपये 51 हजार देने की बात कही।
इस दौरान राज्यपाल ने जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी एवं उप जिलाधिकारी मुनस्यारी व अन्य अधिकारियों से जनपद के विकास हेतु किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली एवं जनपद के विकास की संभावनाओं व चुनौतियों पर चर्चा की तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। राज्यपाल ने कहा कि जनपद में आध्यात्मिक टूरिज्म, एडवेंचर टूरिज्म एवं नेचर टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। जिला प्रशासन को चाहिए कि वे आपसी समन्वय से कार्य करते हुए जनपद में टूरिज्म विकसित करें। पर्यटकों को कैसे आकर्षित किया जा सकता है, इस हेतु प्लान बनाया जाय। राज्यपाल द्वारा जनपद के वाइब्रेंट विलेज एवं आदि कैलाश/लिपुलेख क्षेत्र के विकास हेतु किये जा रहे विकास परक कार्यों की जानकारी जिलाधिकारी से ली गयी। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भगवान शिव एवं देश के बॉर्डर एरिया के लिए अलग ही आस्था रखते हैं। उन्होंने केदारनाथ एवं बद्रीनाथ के मॉडल का अध्ययन कर आदि कैलाश क्षेत्र के विकास का मास्टर प्लान बनाये जाने की बात जिले के अधिकारियों से कही। राज्यपाल मुनस्यारी के प्राकृतिक सौंदर्य से बहुत ही प्रभावित हुए।
उन्होंने कहा कि मुनस्यारी अपने आप में एक सुन्दर जगह है। मानसखंड में मुनस्यारी एक ऐसी जगह है जो टूरिज्म का बहुत बड़ा हब बन सकता है। मुनस्यारी के नागरिक अलग-अलग तरह की विशेषताएं रखते हैं। यहां के लोगों में उत्पादक क्षमता हैं। यहां की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के उत्पादों से मैं विशेष रूप से प्रभावित हुआ हूँ। यहां कई महान विभूतियों ने जन्म लिया है। यहां के लोग प्रशासनिक सेवा के उच्च पदों पर भी देश के अलग-अलग स्थानों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। राज्यपाल ने परिवार सहित पुनः मुनस्यारी आने की इच्छा भी जताई। उन्होंने जिला प्रशासन को मुनस्यारी क्षेत्र की सड़क कनेक्टिविटी एवं दूर संचार कनेक्टिविटी विकास पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिये ताकि क्षेत्र में टूरिज्म को बढ़ावा मिल सके। राज्यपाल ने जिलाधिकारी से कहा कि समय-समय पर भूतपूर्व सैनिकों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं का समाधान किया जाय। राज्यपाल ने आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं रेडक्रॉस के कार्यों के बारे में भी जिलाधिकारी से जानकारी ली।