भोपाल/इंदौर (आईएएनएस)| इंदौर में प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के लिए जासूसी के आरोप में पकड़ी गई एक युवती के मामले में सरकार गंभीर है।
राज्य के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि इंदौर में जिला कोर्ट में सुनवाई के दौरान रिकॉडिर्ंग करने के मामले में लॉ स्टूडेंट के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
इस युवती के पास से डेढ़ लाख रुपये से ज्यादा की नगदी भी मिली थी, इस मामले में पुलिस जांच में जुटी है। गृहमंत्री डा मिश्रा का कहना है कि उनके पास जो राशि मिली है, इसकी भी जानकारी है कि उनको यह राषि किन स्त्रातांे और किन सूत्रों से मिली है। सरकार ने इस मामले केा गंभीरता से लिया है।
ज्ञात हो कि बीते दिनों एक युवती अधिवक्ता की ड्रेस में न्यायालय पहुंची थी और दस्तावेजों वीडियो बनाने के साथ फोटो खींच रही थी।
मामला पठान फिल्म का विरोध करने वाले हिंदू संगठन के पदाधिकारियों की जासूसी से जुड़ा हुआ है। 25 जनवरी को पठान फिल्म का विरोध करने के आरोप में हिंदूवादी संगठन के पदाधिकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इनकी सुनवाई न्यायालय में चल रही थी। इस सुनवाई के दौरान एक महिला अधिवक्ता की ड्रेस में पहुंची और वह न्यायालय में चल रही सुनवाई और प्रोसीडिंग के दस्तावेजों की वीडियोग्राफी व फोटो खींचने लगी।
न्यायालय में चल रही सुनवाई की रिकॉडिर्ंग कर रही इस संदिग्ध महिला को जब पकड़ा गया तो उसके पास से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद भी हुई। साथ ही उसके पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया के लिए काम करने की जानकारी भी सामने आई है।
पुालिस की रिमांड पर है यह युवती, जो इंदौर की निवासी है और उसका नाम सोनू मंसूरी है। पकड़ी गई संदिग्ध महिला सोनू का कहना है कि वह एक महिला अधिवक्ता के कहने पर यहां वीडियो बनाने आई थी, वह प्रतिबंधित संगठन पीएफआई के लिए रेकी भी कर रही थीं।