कार का शीशा तोड़ डाला, हमलावरों ने महिलाओं को भी नहीं बख्शा, बच्चे चिल्लाते रहे

देखें वीडियो.

Update: 2024-08-23 10:03 GMT
बदायूं: यूपी के बदायूं जिले में बीच सड़क दबंगई का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कार से जा रहे एक परिवार पर दबंगों का कहर टूट पड़ा. गाड़ी हटाने को लेकर हुई कहासुनी के बाद दर्जन भर दबंगों ने कार सवार लोगों पर हमला बोल दिया. लाठी-डंडे से कार के शीशे तोड़ दिए. इस दौरान कार में बैठे बच्चे रोते, चीखे-चिल्लाते रहे. दबंगों ने कार सवार एक शख्स को उतारकर पीटा भी. महिलाओं से बदसलूकी की गई.
आरोप है कि मामले में पुलिस को तहरीर दी गई थी, लेकिन 3 दिन तक मुकदमा नहीं लिखा गया. जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज की. अब पुलिस जल्द अज्ञात आरोपियों को पकड़ने की बात कह रही है.
दरअसल, पूरा मामला थाना सिविल लाइंस इलाके का है. शहर के चित्रांशनगर निवासी आलोक उपाध्याय दवा कारोबारी हैं, वो 19 अगस्त को बिसौली से अपने परिवार के साथ कार से लौट रहे थे. साथ में पत्नी ऋतु शर्मा, तीन बच्चों के अलावा साला अभिषेक शर्मा, उसकी पत्नी ऋचा समेत उनके बच्चे भी थे.
आलोक ने बताया कि बिसौली में भीषण जाम लगा था. इसी दौरान सड़क पर ही एक गाड़ी खड़ी थी, जिसे हटाने को कहा तो गाड़ी चालक झगड़ने लगा. दोनों पक्षों के बीच तीखी झड़प हो गई. इसके बाद आलोक वहां से गाड़ी लेकर निकल आए. लेकिन कुछ देर बाद दूसरी गाड़ी पर सवार व्यक्ति उनका पीछा करते हुए आया और कार ओवरटेक करते हुए हाईवे पर ही बवाल शुरू कर दिया.
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के गांव सिलहरी में उसने अपने 25-30 साथियों को बुला लिया. फिर आलोक की कार पर डंडे बरसाने शुरू कर दिए. गाड़ी के शीशे तोड़ना शुरू कर दिया. आलोक ने गाड़ी भगाई और कुछ दूरी स्थित भगवतीपुर गांव पहुंचे. मगर हमलावर अपने वाहनों से पीछा करते हुए वहां भी आ गए. यहां आलोक ने फैमिली साथ होने का वास्ता देते हुए गांव वालों से मदद मांगी, लेकिन हमलावर उनपर टूट पड़े.
बमुश्किल पुलिस ने आलोक और अभिषेक को बचाया और नवादा चौकी लेकर आ गए. नवादा चौकी पर हमलावर पक्ष के लोग भी आ गए और फ़ैसले का दबाब बनाने लगे. अभिषेक ने बताया कि पुलिस की मौजूदगी में भी उनके बहनोई आलोक उपाध्याय स्वतंत्र रूप से तहरीर नहीं लिखा पा रहे थे. चौकी पर पता चला की हमलावर व्यक्ति का नाम डॉ वैभव राठौड़ है जो कि बरेली जिले में तैनात है. वैभव ने भी दबाब बनाने की नीयत से पुलिस को तहरीर दी और पुलिस समझौता कराने में लग गई. जबकि आलोक और उनके परिवार कार्यवाही चाहते थे. पुलिस भी एक्शन लेने के बजाय समझौते का प्रयास करती रही.
जब गुरुवार को सोशल मीडिया पर मारपीट का वीडियो वायरल होने लगा तो पुलिस ने 19 अगस्त की तहरीर पर ही आनन-फानन में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. मामले में क्षेत्राधिकारी नगर आलोक मिश्रा ने बताया कि सोशल मीडिया पर कार में तोड़फोड़ और मारपीट का वीडियो वायरल हो रहा था. जब वीडियो के बारे में जानकारी जुटाई गई तो पता चला घटना 19 अगस्त की थी. दो पक्षो में कार ओवरटेक करने को लेकर बहस हुई और फिर एक पक्ष ने अपने साथियों को बुलाकर दूसरे पक्ष की कार तोड़ दी और मारपीट की. इस घटना में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की पहचान की जा रही है.
Tags:    

Similar News

-->