बच्ची को किडनैप किया गया, पुलिस को ऐसे मिली सफलता
पुलिस ने इस बच्ची को घटना के 12 घंटे के भीतर अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया है.
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पुणे जिले में अपने घर के बाहर खेलते समय एक मासूम बच्ची लापता हो गई थी. महाराष्ट्र पुलिस ने इस बच्ची को घटना के 12 घंटे के भीतर अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया है. पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया है जिसमें चार महिलाएं हैं. बच्ची की उम्र साढ़े तीन साल बताई जा रही है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक घटना महाराष्ट्र के पुणे जिले के पिंपरी चिंचवड के चिखली इलाके की है. बताया जाता है कि चिखली में 23 जुलाई की दोपहर साढ़े तीन साल की एक बच्ची अपने घर के सामने खेल रही थी. बच्ची खेलते समय ही अचानक लापता हो गई. बच्ची को न पाकर परेशान परिजनों ने आसपास और हर उस स्थान पर तलाश की जहां बच्ची के होने की संभावना थी.
थक-हारकर लापता बच्ची की मां ने पुलिस से शिकायत कर अपनी बेटी को सुरक्षित वापस लाने की गुहार लगाई. पुलिस ने बच्ची की मां की तहरीर पर मामला दर्ज कर तहकीकात शुरू कर दी. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि जुन्नार की निवासी विमल चौगुले अपहृत बच्ची के पड़ोस में रहने वाली अपनी बहन सुनीता नलवडे के साथ रह रही थी.
जांच आगे बढ़ी तो मामला खुलता चला गया. जांच अधिकारी के मुताबिक विमल चौगुले, उसके पति संतोष चौगुले, सुनीता नलवडे और उसकी दो बेटियों ने चॉकलेट का लालच देकर बच्ची का अपहरण कर लिया. बच्ची का अहरण कर उसे विमल चौगुले के जुन्नार स्थित घर ले जाए जाने की बात सामने आई. इसके बाद पुलिस एक्टिव मोड में आ गई.
सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल फोन टावर की लोकेशंस के जरिये बच्ची को उसके घर से 80 किलोमीटर दूर ट्रैस कर लिया. पुलिस ने विमल चौगुले के जुन्नार स्थित घर पर छापेमारी कर दी. पुलिस ने अपहृत बच्ची को बरामद कर लिया और विमल चौगुले, उसके पति संतोष चौगुले, सुनीता नलवडे और उसकी दो बेटियों को हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने 12 घंटे के अंदर बच्ची को मुक्त करा लिया है.
पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मासूम बच्ची के अपहरण के पीछे क्या वजह थी. मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने कहा है कि मानव तस्करी और अंधविश्वास, हर एंगल से मामले की जांच की जा रही है. इसका खुलासा भी जल्द ही कर दिया जाएगा.