लड़की ने की बॉय कट बाल कराने की जिद, मां नहीं मानी तो उठाया ये कदम

काफी तलाशने के बाद भी कुछ पता नहीं चला तो छात्रा के परिजनों ने पुलिस से मदद मांगी.

Update: 2021-08-11 03:49 GMT

मां ने 12वीं पास छात्रा को लड़कों की तरह बाल कटवाने से रोका तो बीते शुक्रवार को वह नाराज होकर घर छोड़कर चली गई। सोशल मीडिया के जरिये छात्रा दिल्ली में एक ट्रांसजेंडर संगठन के संपर्क में आ गई। काफी तलाशने के बाद भी कुछ पता नहीं चला तो छात्रा के परिजनों ने पुलिस से मदद मांगी।

इसी बीच ट्रांसजेंडर संगठन ने परिजनों को मेसेज भेजकर जानकारी दी कि वे अपनी बेटी की तलाश नहीं करें। उसे भूल जाएं, क्योंकि वह सीमा (काल्पनिक नाम) नहीं, समीर बनना चाहती है। इसके बाद परिजनों ने दिल्ली पुलिस की मदद से छात्रा से मुलाकात की और उसे आश्वासन दिया कि उसके बेटा बनकर रहने से उन्हें कोई ऐतराज नहीं है। तब जाकर छात्रा घर लौटी।
सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र निवासी ग्रेनो प्राधिकरण के कर्मचारी ने बताया कि उनकी चार बेटियां हैं। बड़ी बेटी सीमा बचपन से लड़कों के कपड़े पहनती है और बाल भी बॉय कट रखती है। कोरोना के कारण कुछ महीने से वह बाल नहीं कटवा पाई थी। इससे उसे परेशानी हो रही थी।
वह बाल बॉय कट कराने की जिद कर रही थी। इस पर उसकी मां ने बाल कटवाने से मना कर दिया। इधर, कुछ दिन से वह चुपचाप किसी से मोबाइल पर बात करती थी। इसका भी मां ने विरोध किया था। इससे नाराज होकर शुक्रवार को सीमा घर छोड़कर चली गई।
काफी तलाशने के बाद भी उसका पता नहीं चला तो पुलिस को सूचना दी। उन्होंने बताया कि शनिवार को मोबाइल पर ट्रांसजेंडर संगठन का मेसेज आया। इसमें लिखा था कि सीमा अपनी मर्जी से उनके पास आई है और वह समीर बनकर रहना चाहती है। इसलिए उसकी तलाश नहीं करें। हालांकि, दिल्ली पुलिस की मदद से छात्रा सकुशल घर लौट आई।
'अब राखी बंधवाए तो भी एतराज नहीं'
छात्रा की मां का कहना है कि उनका कोई बेटा नहीं है। बड़ी बेटी लड़कों की तरह रहती है। उन्होंने कभी इसका विरोध नहीं किया, लेकिन 12वीं पास करने बाद वह कॉलेज में प्रवेश ले रही है। बॉय कट बालों में वह अन्य लड़कियों से अलग दिखती, इसलिए बाल कटवाने से रोका था। अब वह बेटा बनकर रहे और छोटी बहनों से राखी बंधवाए तो भी ऐतराज नहीं है। पिता का कहना है कि उन्हें इस बात की खुशी है कि बेटी उनकी बात मानकर घर लौट आई। वह जैसे चाहे रह सकती है।

Tags:    

Similar News

-->