मुहर्रम पर ताजिये में लगी आग, हिंदू समाज ने पेश की सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल, बुझाई
उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की दुकान एक बार फिर चर्चा में है. यहां कन्हैया लाल की दुकान से कुछ ही मीटर की दूरी पर चल रहे मुहर्रम के जुलूस के दौरान एक ताजिया में आग लग गई. यह देखकर हिंदू समाज ने मोर्चा संभाला और अपनी बालकनी से पानी फेंककर ताजिया को आग से बचाया. आग बुझने के बाद मुस्लिमों ने तालियां बजाकर धन्यवाद दिया.
बता दें कि 28 जून को उदयपुर में कन्हैया लाल की दो मुस्लिम युवकों रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद ने गला काटकर बेरहमी से हत्या कर दी थी. उसके दोनों ने चाकू के साथ एक वीडियो जारी किया था और कहा था कि इस्लाम का अपमान करने की वजह से सिर कलम कर दिया है. आरोप था कि कन्हैया लाल ने नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट किया था. इसी बात से नाराज होकर हमलावरों ने वारदात को अंजाम दिया है. नुपूर ने पैगंबर को लेकर विवादित बयान दिया था.
मंगलवार को उदयपुर में मुर्हरम के ताजिया निकाले गए. देर शाम मोचीवाड़ा इलाके में संकरी गलियों से गुजरते हुए 25 फीट ऊंचे ताजिया में आग लग गई. जुलूस में शामिल मुस्लिम समाज के लोग तुरंत आग पर ध्यान नहीं दे पाए. वहीं, घरों की दूसरी और तीसरी मंजिल की बालकनी से जुलूस देख रहे स्थानीय लोगों ने ताजिया के टॉप पर आग लगी देखी तो तुरंत लोगों को अलर्ट किया और इसे बुझाने के लिए छत से ही पानी फेंकना शुरू कर दिया.
पुलिस ने बताया कि आशीष चौवाडिया, राजकुमार सोलंकी और उनके परिवार के सदस्यों ने आग की लपटों पर काबू पाने तक अपनी बालकनियों से पानी डाला और आग बुझाई. जिला कलेक्टर तारा चंद मीणा ने कहा कि स्थानीय लोगों की सतर्कता की वजह से ना सिर्फ बड़ी घटना टल गई, बल्कि यह सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल भी बन गई. इस घटना ने सभी का दिल जीत लिया है.
मौके पर मौजूद डिप्टी एसपी (पूर्व) शिप्रा राजावत ने कहा कि आग संभवत: शॉर्ट सर्किट या अगरबत्ती से निकली चिंगारी के कारण लगी. उन्होंने कहा कि हिंदुओं ने आग बुझाई तो मुस्लिम समाज के लोगों ने ताली बजाकर धन्यवाद किया. उन्होंने कहा कि मोचिवाड़ा गली माल दास गली के करीब है, जहां 28 जून को कन्हैया लाल की हत्या कर दी गई थी.