प्रदेश में ग्रामीणों का खौफ, पुलिस को लौटना पड़ा खाली हाथ, जानिए क्या है पूरा मामला
एक मामले में पुलिस को अपमानित होकर लौटना पड़ा
उत्तराखंड पुलिस को एक मामले में यूपी के देवबंद में आकर अपमानित होकर लौटना पड़ा. ग्रामीणों ने एक महिला और उत्तराखंड पुलिस पर अभद्रता और मारपीट का आरोप लगाया. हंगामा मचता देख पुलिस और महिला को गांव से भागना पड़ा.
बताया जा रहा है कि देवबंद कोतवाली के गांव कुरड़ी में रहने वाले रोहताश त्यागी की बेटी का रिश्ता उतराखंड के गांव छाछरेकी के रहने वाले युवक से कुछ सालों पहले तय हुआ था. युवक रूड़की में नौकरी करता है, जहां पर उसके किसी दूसरी महिला से प्रेम संबंध बन गए. जब रूड़की में रहने वाली उसकी प्रेमिका को यह पता चला कि युवक उसे छोड़कर शादी करने वाला है फिर वो उत्तराखंड पुलिस के साथ कुरड़ी गांव पहुंच गई.
पुलिस के जरिए लड़की युवक से शादी करने का दबाव बनाने लगी. इस बीच पुलिस और ग्रामीणों के बीच जमकर कहासुनी हुई. गांव वालों ने पुलिस को घेरकर हंगामा शुरू कर दिया. गांव वालों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने जबरदस्ती रोहताश त्यागी के घर तोड़फोड़ की और वहां मौजूद महिलाओं के साथ भी अभद्रता की.
गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों को दौड़ा दिया. इतना ही नहीं, कार में बैठी उत्तराखंड निवासी महिला प्रेमिका को भी बाहर खींचने का प्रयास किया. मामले को बढ़ता देख पुलिस ने मौके से निकलना सही समझा. वहीं एक महिला बबीता त्यागी ने पुलिस पर आरोप लगया है कि उत्तराखंड पुलिस ने उनके साथ मारपीट की और उनकी बेटी का गला दबाकर हत्या करने का प्रयास किया.
पीड़ित महिला ने एसएसपी से पूरे प्रकरण की जांच कराकर उत्तराखंड पुलिस और आरोपित महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की गुहार लगाई है. उधर देवबंद कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अशोक सोलंकी ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है. उत्तराखंड पुलिस द्वारा कुरड़ी गांव जाने के संबंध में थाने में भी कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई. जिसके चलते उत्तराखंड पुलिस के उच्च अधिकारियों को पूरे प्रकरण की जानकारी दी जा रही है.