लखनऊ: कोरोना संकट में मनाही के बावजूद जनसभा करने के लिए समाजवादी पार्टी को चुनाव आयोग की तरफ से हिदायत देकर छोड़ दिया गया है. चुनाव आयोग की तरफ से समाजवादी पार्टी को भविष्य में सावधान रहने और पाबंदियों का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी है.
बता दें कि लखनऊ में सपा ने वर्चुअल रैली के नाम पर कार्यक्रम किया था. इसी कार्यक्रम में स्वामी प्रसाद मौर्य और बीजेपी के बाकी बागी विधायकों ने सपा ज्वाइन की थी. सपा दफ्तर में हुए इस कार्यक्रम में भारी संख्या में भीड़ पहुंची थी, जबकि चुनाव आयोग ने कोरोना संकट की वजह से चुनावी रैलियों और जनसभाओं पर रोक लगाई हुई है.
सपा की इस रैली को कोरोना गाइडलाइन और निर्वाचन आयोग के निर्देशों का उल्लंघन माना गया था. अब निर्वाचन आयोग ने समाजवादी पार्टी को भविष्य में सावधान रहने और पाबंदियों का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी है.
आयोग ने कहा कि सपा ने मौजूदा चुनावों के दौरान पहली बार निर्देशों का उल्लंघन किया है, इसलिए उसे भविष्य में सतर्क रहने और सभी दिशानिर्देशों का पालन करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया है. इससे पहले 14 जनवरी को लखनऊ में समाजवादी पार्टी की रैली के बाद निर्वाचन आयोग ने नोटिस जारी कर पार्टी से चौबीस घंटे में जवाब मांगा था.