शिक्षा विभाग ने एक साथ 1476 स्कूलों में 1.20 लाख बच्चों को दिया गुड टच-बैड टच का प्रशिक्षण
दौसा। दौसा शिक्षा विभाग की अनूठी पहल के तहत सुरक्षित स्कूल और सुरक्षित राजस्थान अभियान के तहत जिले के 1476 राजकीय स्कूलों में शनिवार को एक दिन में करीब 1.20 लाख विद्यार्थियों को गुड टच-बैड टच का प्रशिक्षण दिया गया। मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित 1 हजार 495 शिक्षकों ने कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को अच्छे व बुरे स्पर्श के बारे में प्रोजेक्टर व चार्ट के माध्यम से समझाया। कार्यक्रम के तहत आज दौसा जिले की प्रभारी उपनिदेशक बालिका शिक्षा राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद मधु शर्मा ने विद्यालयों का अवलोकन किया। जीरोता खुर्द एवं महात्मा गांधी विद्यालय छतरी वाली ढाणी विद्यालय की प्रशिक्षण की जांच की गई । शर्मा ने बच्चों को अच्छे स्पर्श एवं बुरे स्पर्श की जानकारी दी एवं सवाल-जवाब किए।
उन्होंने बताया कि राजस्थान के समस्त विद्यालयों में इस प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है, जो विश्व रिकॉर्ड के रूप में स्थापित होगा। इसके बाद उन्होंने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय दौसा एवं रामगढ़ पचवारा का निरीक्षण भी किया। इस अवसर पर एडीपीसी संगीता मानवी, कार्यक्रम अधिकारी गिर्राज गुप्ता, अनिल पनिहार आदि उपस्थित रहे। सीडीईओ गोविंदनारायण माली, सहायक निदेशक अशोक गुप्ता, एपीसी रंगलाल मीना आदि ने भी प्रशिक्षण का जायजा लिया। कार्यक्रम अधिकारी अजीत बेनिवाल ने बताया कि विद्यालय स्टाफ, अतिथियों सहित प्रशिक्षण लेने वालों की संख्या जिले में 1.40 लाख से अधिक रही है। बिजली कटौती से आई दिक्कत: दौसा में शनिवार सुबह चार घंटे की बिजली कटौती के कारण प्रशिक्षण के दौरान कई स्कूलों में प्रोजेक्टर नहीं चलाए जा सके। वहीं विद्यार्थी गर्मी के चलते परेशान भी हुए।
दौसा जिले में गुड टच-बैड का प्रशिक्षण देने की पहल जिला कलक्टर कमर चौधरी गत वर्ष 16 जुलाई को जिले में संचालित कर चुके हैं। तब मिशन आर्या के तहत द्मसमझ स्पर्श रीद्य कार्यक्रम के तहत सरकारी व निजी स्कूलों के बच्चों को प्रशिक्षण दिया गया था और दौसा की यह पहल वर्ल्ड बुक ऑफ रेकॉर्ड्स में भी दर्ज हुई थी। जिस स्पर्श से अच्छा लगता है या स्नेह की अनुभूति होती है तो यह सेफ टच कहलाता है। इसको अपनी मां, पिता, बड़ी बहन, दादी के टच से फील कर सकते हैं। परिचित से आशीर्वाद व शाबाशी के रूप में भी टच सुरक्षित रहता है। जब किसी के छूने से आप असहज महसूस करते हैं या फिर उस व्यक्ति का छूना आपको बुरा लगता है तो यह अनसेफ टच कहलाता है। कोई आपके प्राइवेट पार्टस को छूने का प्रयास करता है तो गलत है। इसकी शिकायत तुरंत अभिभावक से करें।