लड़की को डॉक्टर बनाने का सपना हुआ चकनाचूर, 20 लाख ठगे गए, कुछ इस तरह हुआ खुलासा
एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है.
कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर से ठगी का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां पर बेटी को जीएसवीएम मेडिकल कालेज में दाखिला दिलाने के नाम पर पिता से 20 लाख रुपये ठगे गए. मामले का खुलासा तब हुआ जब लड़की पहली बार MBBS की क्लास लेने कॉलेज पहुंची. इस घटना के बाद से पीड़ित परिवार सदमे में है. पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है.
रुड़की के रहने वाले महर्षि सैनी सहारनपुर में फार्मासिस्ट हैं. महर्षि सैनी का कहना है कि उनकी बेटी नीट की तैयारी कर रही थी. कुछ दिन पहले उन्हें किसी का फोन आया और मेडिकल कॉलेज में दाखिले का ऑफर दिया. कई बार बात करने के बाद ठग ने दिल्ली मिलने बुलाया और ऑफर के बारे में पूरी जानकारी दी. उसने जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में सीट एलॉट कराने का आश्वासन दिया.
एडमिशन पर 20 लाख रुपये पर बात डन हुई. 24 मार्च को वो बेटी के साथ जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज आए. जहां कॉलेज कैम्पस के एक कमरे में तीन ठगों ने पूरी जानकारी दी और पूर्व डीजीएमई डॉक्टर केके गुप्ता के नाम से छात्रा को एमबीबीएस प्रथम वर्ष में सीट अलॉटमेंट का फर्जी लेटर और कॉलेज का आई कार्ड भी दिया. इससे सभी को विश्वास हो गया और महर्षि ने पूरा पैसा दे दिया.
मंगलवार पीड़ित छात्रा कॉलेज पहुंची तो क्लास में छात्र-छात्राओं की हाजिरी ली गई. लेकिन इस सूची में महर्षि सैनी की बेटी का नाम नहीं था. इस के बाद उनकी बेटी ने एलॉटमेंट लेटर, आई- कार्ड और ट्युशन फीस जमा करने संबंधी एसबीआई की रसीद दिखाई. इस पर स्टूडेंट्स सेक्शन के लिपिक से महानिदेशालय चिकित्सा शिक्षा से आई सूची मंगाई गई तो उसमें भी उसका नाम नहीं था. इस पर पूरी कक्षा में हड़ंकप मचा.
प्राचार्य डॉक्टर काला को सूचना दी गई और छानबीन शुरू हुई. छात्रा ने बताया कि एडमिशन कराने के नाम पर 20 लाख रुपये लिए गए हैं. इसके अलावा 27 हजार रुपये उसने ट्यूशन फीस के नाम पर दिए थे. प्राचार्य ने लड़की को थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा. जैसे ही इसका खुलासा हुआ पीड़िता परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई.
छात्रा के पिता ने स्वरूप नगर थाने में तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें पकड़ने का दावा कर रही है. वहीं इस मामले पर प्राचार्य प्रो. संजय काला का कहना है कि छात्रा के पिता महर्षि सैनी सहारनपुर में फार्मेसिस्ट हैं, लेकिन रहने वाले रुड़की के रहने वाले हैं. जीएसवीएम देश का प्रतिष्ठित मेडिकल कालेज है ऐसे में इस ठगी से कालेज की प्रतिष्ठा पर असर पड़ना स्वाभाविक है.
छात्रा के पिता से बीस लाख रुपये नगद कॉलेज के अंदर ही लिए गए. यह एक बेहद ही गंभीर मामला है और उसकी सूचना कॉलेज प्रशासन को भेज दी है. वहीं एडीसीपी ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि रुढ़की निवासी बेटी को मेडिकल कालेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर बीस लाख की ठगी की एफआईआर लिखाई है. इसका खुलासा उस समय हुआ जब छात्रा क्लास लेने कॉलेज पहुंची थी.