धर्म परिवर्तन आरोप के जांच को लेकर NCB अधिकारी के निवास पर पहुंचे अनुसूचित जाति आयोग उपाध्यक्ष

धर्म परिवर्तन के आरोप को लेकर जांच के लिए अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष NCB अधिकारी के निवास पर पहुंचे

Update: 2021-10-31 17:21 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :-    आर्यन खान ड्रग (Aryan Khan Drugs Case) मामले में एक तरफ जहां शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को कई दिनों बाद जेल से रिहाई मिल गई है तो वहीं दूसरी तरफ ड्रग्स-क्रूज़-मामले में जांच के प्रभारी और एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की मुसीबत अभी भी जारी है. दरअसल, महराष्ट्र में NCP नेता नवाब मलिक ने वानखेड़े पर धर्म बदलकर नौकरी हासिल करने के आरोप लगाए हैं. इस मामले में वानखेड़े ने अनुसूचित जाति आयोग में शिकायत की, जिसपर आयोग ने संज्ञान ले लिया है.

मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हलदर समीर जांच के लिए एनसीबी अधिकारी समीर वानखडे के घर पहुंचे है. वहीं वानखेड़े ने इस बारे में मीडिया को किसी तरह की जानकारी देने से मना करते हुए कहा,मुझे जो शेयर करना था मैंने अरुण हलदर साहब को बता दिया है. मैं मीडिया से बात नहीं करूंगा." वहीं वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने कहा कि उपाध्यक्ष घर पर ऑरिजिनल डॉक्यूमेंट्स देखने आए थे. उन्हें अपने परिवार की सेफ्टी की चिंता है.
आरोप गलत पाए गए तो नवाब मलिक पर हो सकती है कार्रवाई
एक तरफ नवाब मलिक द्वारा लगाए गए आरोप की जांच की जा रही है तो वहीं कहा जा रहा है कि अगर जांच के दौरान नवाब मलिक के आरोप गलत पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. हालांकि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के उपाध्यक्ष अरुण हलदर ने कल इस मामले में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि समीर वानखेड़े का पक्ष लेते हुए कहा था कि उन्होंने कोई धर्म परिवर्तन नहीं किया है. वहीं उनके इस बयान को लेकर नवाब मिलक ने उनपर पलटवार करते हुए कहा, 'हलदर जी आप एक संवैधानिक पद पर बैठे हैं उसकी गरिमा रखें.'
अपनी बात पर कायम हैं नवाब मलिक
नवाब मलिक ने कहा-समीर वानखेड़े ने धर्म परिवर्तन नहीं किया, क्योंकि वो जन्म से मुसलमान हैं. उनके पिता ने धर्म परिवर्तन किया था. मैं अपनी बात पर कायम हूं कि वो एससी सर्टिफिकेट में फर्जीवाड़ा करके उस पद पर बैठे हैं, उन्होंने एक गरीब एससी का अधिकार छीना है.'' इतना ही नहीं, नवाब मलिक ने कहा, ''केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से आदेश जारी किए गए हैं, जिसमें कहा गया है कि अगर किसी व्यक्ति ने अपना धर्म बदला है तो पहले के धर्म पर कोई भी लाभ उन्हें नहीं मिलेंगे और अब ऐसे लोगों को बचाने का काम हो रहा है.'' मलिक ने कहा कि मैं खुद शेड्यूल कास्ट आयोग के पास इस मामले में शिकायत दर्ज करने वाला हूं. वहीं मुंबई के कई संगठन भी इस मामले में पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे.


Tags:    

Similar News

-->