आपातकाल के काले दिनों को कभी नहीं भुलाया जा सकता
इमरजेंसी की बरसी पर पीएम मोदी ने कांग्रेस को घेरा
भारत | देश में आपातकाल के आज 48 सालू पूरे हो गए हैं। 21 महीने तक लागू रहे आंतरिक आपातकाल की बरसी के मौके पर आज बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी का आड़े हाथों लिया है। पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आपातकाल को देश के इतिहास में कभी न भूला पाने का समय बताया। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, 'मैं उन लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया और देश में लोकतंत्र की भावना को मजबूत करने के लिए काम किया। आपातकाल हमारे देश के इतिहास का कभी ना भूला जा सकने वाला समय है, जो संविधान के मूल्यों के पूरी तरह खिलाफ है।'
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी आपातकाल को याद करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'आज ही के दिन 1975 में एक परिवार ने अपने हाथ से सत्ता निकलने के डर से जनता के अधिकारों को छीन व लोकतंत्र की हत्या कर देश पर आपातकाल थोपा था' शाह ने आगे लिखा, 'अपने सत्ता-स्वार्थ के लिए लगाया गया आपातकाल, कांग्रेस की तानाशाही मानसिकता का प्रतीक और कभी न मिटने वाला कलंक है। उस कठिन समय में अनेक यातनाएं सहकर लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए लाखों लोगों ने संघर्ष किया। मैं उन सभी देशभक्तों को दिल से नमन करता हूं।'
इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में आपातकाल को आज 48 साल बाद भी एक काले अध्याय के रूप में याद किया जाता है। रातों रात जिस तरह संविधान को ताक पर रखते हुए आपातकाल लगाया गया वह सत्ता के दुरुपयोग, मनमानी और तानाशाही का आज भी सबसे बड़ा उदाहरण है।' बताते चलें कि इंदिरा गांधी की सरकार में 25 जून 1975 को देश में इमरजेंसी लागू की थी। यह इमरजेंसी 21 महीने यानी 21 मार्च 1977 तक चली। इंदिरा गांधी ने संविधान के अनुच्छेद 352 के तहत मिली शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए देश में आपातकाल लागू किया था।