सिंगरौली (आईएएनएस)| कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसा है और कहा, चौहान ने सिंगरौली को सिंगापुर बनाने की बात कही थी, मगर यहां के लोगों के मूलभूत समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
सिंगरौली के देवसर में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा, भारत की ऊर्जा राजधानी सिंगरौली में आकर बहुत खुशी होती है, परंतु साथ-साथ दुख भी होता है। जो जिला अपार खनिज संसाधनों से भरा हुआ है, उस जिले में 20 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी का विधायक होने के बावजूद भी विकास कोसों दूर है, शिवराज सिंह ने इसी सिंगरौली में आकर कहा था कि मैं सिंगरौली को सिंगापुर बनाऊंगा। यहां आकर देख रहा हूं सड़क, बिजली, पानी आदि के मामले में आप सब को कितना जूझना पड़ रहा है, जितना राजस्व सिंगरौली मध्य प्रदेश को देता है, उस अनुपात में क्या सिंगरौली के विकास के लिए राशि भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा दी गई?
कमलनाथ ने कहा कि दिसंबर 2018 में वोटों से तो कांग्रेस की सरकार बनी थी, परंतु छल-कपट और नोटों से दोबारा भाजपा की सरकार सत्ता में आई, नोटों के बल पर बनी हुई सरकार जनता की जेब से नोट वसूल करती है। प्रदेश में पंचायती राज पूरी तरह ध्वस्त और चौपट कर रखा है भाजपा की सरकार ने आज सरपंचों और उप सरपंचों की कोई कीमत नहीं रह गई। कार्यकाल में पंचायती राज का शासकीय करण खुद के फायदे के लिए किया कमीशन खोरी के लिए किया गया, माइनिंग फंड का बेतहाशा दुरुपयोग किया जा रहा है, माइनिंग फंड भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि भाजपा की यहां से जमीन खिसकने वाली है। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह अपने गृह क्षेत्र बुधनी का विकास नहीं कर सके तो सिंगरौली को सिंगापुर कैसे बना सकते हैं। कमलनाथ ने कांग्रेस सरकार में जो योजनाएं शुरू की थी, प्रदेश पटरी पर आ रहा था, लेकिन गद्दारों ने खुद्दारों पर पीछे से वार कर सत्ता छीन ली और अब भाजपा सरकार प्रदेश की जनता का खून चूस रही है। भीषण महंगाई, बेरोजगारी से जनता त्रस्त है।
पूर्व मंत्री एवं स्थानीय कांग्रेस विधायक कमलेश्वर पटेल ने कहा कि देश के पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी द्वारा भाजपा सरकार में व्याप्त भारी भ्रष्टाचार, महंगाई और जनविरोधी मुद्दों को लेकर निकाली गई भारत जोड़ों यात्रा से देश में जनजागृति का संचार हुआ और देश की जनता के मन में सच्चाई जागृत हुई। इसी का परिणाम है कि कर्नाटक में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत से सरकार बनी, जिसकी लहर मप्र में भी दिखेगी।