फैले मिले नोटों की कतरन, राज क्या है?
उस समय हड़कंप मच गया जब लोगों ने नोटों की कतरनों को देख लिया।
हाथरस: यूपी के हाथरस में उस समय हड़कंप मच गया जब लोगों ने नोटों की कतरनों को देख लिया। नोटों की कतरन इतनी थी कि देखने वालों की आंखें फटी की फटी रह गईं। पहले तो लोग समझ ही नहीं पाए कि नोटों का इतना सारा कतरन कहां से आया और कहां जा रहा था। नोटों का कतरन देखकर लोगों के मन में तर-तरह के सवाल भी उठने लगे। इस बीच पलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस भी नोटों का इतना सारा कतरन देखकर हैरान रह गई। पुलिस ने फिर जांच-पड़ताल शुरू की। पुलिस की छानबीन में पता चला कि जो नोट खराब हो गए थे उनका आरबीआई ने नीलामी करवा दी थी। इसके बाद इन सभी नोटों का कतरन बना दिया गया। खराब नोटों की कतरन बरेली स्थित एक फैक्ट्री में जा रही थी।
मामला जंक्शन क्षेत्र के कैलोरा चौराहे का है। सोमवार की सुबह जब लोगों की नजर सड़क किनारे पड़ी नोटों की बारीकी कतरन पर गई तो वो हतप्रत रह गए। देखते ही देखते तमाम लोग एकत्रित हो गए। नोटों की कतरनों को देखकर लोगों के जेहन में तरह-तरह के सवाल उठने लगे। मौजूद लोग सोच रहे थे कि किसी ने कहीं अपना काला धन तो नष्ट नहीं कर दिया। नोटों की बारीक कतरन को देखने के तमाम लोग पहुंच गए। सूचना कोतवाली हाथरस जंक्शन पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही हाथरस जंक्शन पुलिस मौके पर पहुंच गई। नोटों की बारीक कतरनों को पुलिस ने बारीकी से देखा।
पुलिस ने इस संबंध में उच्च अधिकारियों को अवगत कराया। कोतवाली हाथरस जंक्शन के थानाध्यक्ष रितेश कुमार का कहना है कि रिजर्व बैंक के द्वारा खराब नोटों को रिसाईकिल कराने के लिए नीलामी कराई जाती है। कैलोरा चौराहे पर पड़ी नोटों की कतरन यानी भूसा को बरेली की एक फैक्ट्री में ले जाया जा रहा था। रात के वक्त कैंटर रद्दी को लेकर जा रहा था। तिरपाल में से कुछ बोरे गिर गए। रद्दी की जानकारी उक्त फैक्ट्री संचालक को दे दी गई है।