केंद्र सरकार एनसीबी की ताकत में करेगी इजाफा, राज्यों से कहा- बड़े केस NCB को दें!
3,000 किलोग्राम हेरोइन जब्त।
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने एनसीबी यानी नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की ताकत में इजाफा करने की तैयारी कर ली है। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से कहा है कि वो ड्रग्स से संबंधित कम से कम 4-5 बड़े केस नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को हैंड ओवर करें। सूत्रों के मुताबिक केद्र सरकार की तरफ से सभी राज्यों को इसके लिए 5 दिसंबर तक की मोहलत दी गई है।
इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने न्यूज एजेंसी 'ANI' से कहा कि गुरुवार को केंद्र सरकार की तरफ से जो निर्देश जारी किये गये हैं उसमें केंद्र सरकार की तरफ से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव, गृह सचिवों और डीजीपी से कहा गया है कि वो नारकोटिक्स से जुड़े अहम केस ब्यूरो के हवाले करें। जाहिर है अब केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद एनसीबी का दायरा बढ़ेगा।
केंद्र सरकार ने एनसीबी की ताकत में इजाफा करने वाला यह कदम हाल ही में मुंद्रा पोर्ट से सीज किये गये 3,000 किलोग्राम हेरोइन और मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले के खुलासे के बाद उठाया है। अभी एनसीबी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और कुछ अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर इन दोनों ही बड़े मामलों की जांच-पड़ताल कर रही है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने अक्टूबर के महीने में बताया था कि उसने गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर मिले 3000 किलोग्राम ड्रग्स के मामले में दिल्ली और एनसीआर में कुल 5 स्थानों पर छापेमारी की है।
यह छापेमारी कुछ आवासीय परिसरों के अलावा गोदामों में की गई थी। दिल्ली के लाजपत नगर, अलीपुर और खेरा कलान इलाकों में यह छापेमारी हुई थी। इसके अलावा नोएडा में भी टीम ने अपनी जांच-पड़ताल की थी। इस सर्च अभियान के दौरान एनआईए ने कई संदिग्ध दस्तावेज और सामान भी जब्त किये थे। हालांकि, इस केस में एनआईए की यह दूसरी छापेमारी थी। इससे पहले एजेंसी ने चेन्नई, कोयम्बटूर और विजयवाड़ा में संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। बताया गया था कि गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर जो हेरोइन जब्त की गई थी वो सेमी-प्रोसेस्ड Talc stones के रूप में थीं जो यह अफगानिस्तान में बनी थी।
इस संबंध में एनआईए ने जो एफआईआर दर्ज की है उसमें मच्चावरम सुधाकरण, दुर्गा पी.वी.गोविंदराजू और राजुकमार पी समेत अन्य लोगों को आरोपी बनाया गया है। बताया जा रहा है कि चेन्नई के रहने वाले सुधाकरण और गोविंदराजू उस कंपनी के मालिक हैं जो यह नशे की खेप ला रही थी। गोविंदराजू आशी ट्रेडिंग कंपनी का प्रॉपराइडर है। यह कंपनी आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में है। इस कंपनी को यह खेप एक फर्म हसन हुसैन लिमिटेड से मिली थी।
राजुकमार के बारे में बताया जा रहा है कि वो कोयम्बटूर का रहने वाला है और इरान में काम करता है। वो विदेशी सप्लायर्स के साथ इस खेप को को-ऑर्डिनेटर कर रहा था। अब तक इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से 4 अफगानी नागिरक हैं जबकि एक नागरिक उज्बेक का रहने वाला है। यह सभी गिरफ्तारियां एनसीबी, एनआईए और ईडी समेत कुछ अन्य एजेंसियों के द्वारा की गई हैं।