लखनऊ: कर्नाटक के उडुपी में एक सरकारी कॉलेज में 6 छात्राओं को हिजाब पहनकर क्लास में आने से रोक दिया गया था. इस विवाद ने इतना तूल पकड़ा कि राज्य के स्कूल-कॉलेजों में हिजाब पहनने पर पाबंदी की नौबत आ गई और मामला हाई कोर्ट तक पहुंच गया. अब कर्नाटक के हिजाब विवाद की तपिश दूसरे राज्य में भी महसूस की जाने लगी है.
हिजाब विवाद से उत्तर प्रदेश भी अछूता नहीं है. यूपी में विधानसभा चुनाव होने की वजह से इस विवाद ने यहां और तेजी से तूल पकड़ लिया है. गुरुवार को जौनपुर में अल्पसंख्यक समुदाय की एक छात्रा ने आरोप लगा दिया कि हिजाब में होने की वजह से प्रोफेसर ने उसे क्लास से बाहर निकाल दिया.
दरअसल, बुधवार को जौनपुर में तिलकधारी महाविद्यालय में राजनीतिक विज्ञान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. प्रशांत कुमार पर स्नातक अंतिम वर्ष की छात्रा जरीना ने आरोप लगाया कि कॉलेज में हिजाब पहनकर आने पर टीचर ने उन्हें डांटा और क्लास से बाहर निकाल दिया. उसका आरोप है कि टीचर उसे देखते ही भड़क गए और कहा यह सब काम पागल करते हैं.
छात्रा का दावा है कि उसे डांटते हुए प्रोफेसर ने कहा कि मेरा बस चले तो पूरे यूपी में इसे पूरी तरह से बंद करा दूं, बुर्के को उतारकर फेंक देना चाहिए. छात्रा का आरोप है कि इसके बाद उसे क्लास रूम से बाहर निकाल दिया गया. इसके बाद छात्रा कॉलेज के प्राचार्य से बिना शिकायत किए ही रोते हुए घर पहुंच गई और परिजनों को पूरे मामले की जानकारी दी.
ऐसा नहीं है कि यह विवाद सिर्फ जौनपुर तक ही सीमित है. ये यूपी के दूसरे शहरों में भी फैल रहा है.
अलीगढ़ में भी गरमाया हुआ है हिजाब विवाद
हिजाब विवाद का असर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में भी देखा जा रहा है, जहां छात्र- छात्राओं ने बड़ी संख्या में प्रोटेस्ट मार्च निकालकर अपना विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने नारा-ए-तकबीर अल्लाह-हु-अकबर का नारा लगाते हुए कहा कि ये सब कुछ जो हमारी बहनों के साथ कॉलेज में हुआ है, ये बीजेपी और आरएसएस के कहने पर हुआ है.
उन्होंने कहा कि 5 राज्यों में चुनाव है, ये भाजपा जानती है इसलिए ये सब कुछ साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए किया जा रहा है. 12 फरवरी को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हिजाब विवाद को लेकर छात्र बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं.
प्रयागराज में भी हिजाब विवाद ने पकड़ा तूल
हिजाब विवाद ने धर्म नगरी प्रयागराज में भी तूल पकड़ लिया है. शहर के खुल्दाबाद इलाके में महिलाओं और छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया जिस वजह से अटाला में यातायात भी रुक गया था. मजिस्ट्रेट को सौंपे गए ज्ञापन में राष्ट्रपति को संबोधित करते हुए मुस्लिम महिलाओं ने लिखा था कि हिजाब पहनना उनका अधिकार है, जिसे उनसे छीनने की कोशिश हो रही है. ड्रेस कोड के नाम पर उनका उत्पीड़न हो रहा है.