120 पुलिस जवानों के साथ निकली दूल्हे की बारात, जानिए प्रशासन ने क्यों किया अतिरिक्त इंतजाम
जिले में इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके थे...
गुजरात के साबरकांठा के वडाली तहसील के भजपुरा गांव में पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच दूल्हा घोड़ी पर चढ़कर बारात लेकर निकला.दरअसल गांव के कुछ दबंगों ने बारात में बैंड बाजे और दलित युवक के घोड़ी चढ़कर बारात निकालने का विरोध किया था. जिसके बाद दलित परिवार ने पुलिस से इस मामले में मदद मांगी थी. जिले में इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके थे.
भाजपुरा में एक दलित युवक को शादी के दौरान बारात निकालने से दबंगों द्वारा रोकने की आशंका के बीच पुलिस और प्रशासन ने अतिरिक्त इंतजाम किए थे. इसके बाद ही दूल्हे की बारात निक सकी. इस मौके पर पूरे गांव में पुलिस के 120 जवानों को तैनात किया गया था.
'ऊंची जाति के लोगों' द्वारा समस्या खड़ी किये जाने की आशंका के बीच भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में एक दलित दूल्हे की बारात निकाली गई. शनिवार को हुई इस शादी के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए थे. शहर के पुलिस आयुक्त डी एम चौहान ने बताया कि नरेश वंकार के बेटे दुर्लभ की बारात ग्रामीणों के सहयोग से पूरे शांतिपूर्ण तरीके से निकाली गई है.
शादी के खास मौके पर घोड़ी पर बैठे दूल्हे ने कहा कि 21वीं सदी में भी पुलिस की मौजूदगी भारी सुरक्षा के बीच शादी करना अच्छी बात नहीं है. सामाजिक भेद भाव होने की वजह से ऐसी स्थिति आई है. अच्छे काम के लिए भी पुलिस की जरूरत पड़ रही है. इसके अलावा दुर्लभ नरेश दलित ने कहा कि शादी पर कुछ अनहोनी होने की संभावना देखते हुए उन्होंने साबरकांठा जिला पुलिस के उच्च अधिकारियों से बात की और शादी के लिए सुरक्षा मांगी.
पुलिस उपायुक्त के मुताबिक गांव में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बारात के रूट पर पुलिस के जवानों की भारी भरकम टीम तैनात की गई थी ताकि कानून व्यवस्था बरकरार रह सके. पुलिस की कवायद का नतीजा ये रहा कि इस दूल्हे ने बिना किसी डर के पूरी धूमधाम से अपनी बारात की सभी रस्मों को पूरा किया.