घोड़ी की जगह ऊंट पर बैठा दूल्हा, सादगी से निकली बारात, जानिए क्यों?

ऊंट के इंतजाम पर ही वर पक्ष को 12,000 रुपए खर्च करने पड़े.

Update: 2021-03-05 03:33 GMT

महाराष्ट्र में कोरोना के नए केस फिर बढ़ने लगे हैं. विदर्भ से हर दिन सबसे अधिक नए केस आ रहे हैं. मराठवाड़ा और पश्चिम महाराष्ट्र में भी नए पॉजिटिव केस बढ़ रहे हैं. ऐसे में मराठवाड़ा इलाके में आने वाले बीड जिले में एक दूल्हे ने अपनी शादी पर अनोखा फैसला किया. कोरोना संक्रमण का खतरा कम से कम रहे, इसलिए दूल्हे ने बारात में घोड़ी की जगह ऊंट पर बैठने का फैसला किया.

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर आने का डर सभी में हैं. महाराष्ट्र का बीड जिला भी इस डर से अछूता नहीं है. बीड के सालेगांव में पूर्व सैनिक महादेव सखाराम वरपे रहते हैं. उनके बेटे अक्षय वरपे की शादी बीड जिले की ही रहने वाली ऐश्वर्या रणदिवे के साथ हाल में संपन्न हुई. 22 साल के अक्षय श्रमजीवी पत्रकार है. वहीं 21 साल की ऐश्वर्या BEd (डिप्लोमा इन एजुकेशन) हैं और टीचिंग को अपना करियर बनाना चाहती हैं.
सालेगांव में कोरोना का एक भी पॉजिटिव केस नहीं है. ऐसे में शादी में बाहर से आए किसी मेहमान की वजह से कोरोना संक्रमण न फैल जाए, अक्षय और उसके पिता ने विशेष सतर्कता बरतने का फैसला किया.
अक्षय और उनके पिता ने शादी में महाराष्ट्र सरकार के नियमों के मुताबिक कुल मेहमानों की संख्या 50 से नीचे रखी. अक्षय ने एक और फैसला किया कि बारात में घोड़े की जगह ऊंट पर बैठने से ऊंचाई की वजह से कोरोना संक्रमण का खतरा कम रहेगा. ऊंट के इंतजाम पर ही वर पक्ष को 12,000 रुपए खर्च करने पड़े.
बारात सादगी से निकाली गई और बारातियों ने जहां तक मुमकिन था, आपस में दो गज की दूरी बना कर रखी. वधू पक्ष ने भी कोरोना सुरक्षा नियमों के हिसाब से ही इंतजाम किए. मंदिर में दर्शन करने के लिए जाते वक्त अक्षय अपनी दुल्हन ऐश्वर्या को बाहों में लेकर सीढ़ियां चढ़ा.
हालांकि दुल्हन की विदाई कार में हुई. लेकिन कार को ड्राइवर की जगह अक्षय खुद ही ड्राइव करके दुल्हन को अपने घर ले कर गया. बहरहाल, ये शादी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.
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