महीनों बाद मिला लापता पायलट का शव, संकरे पहाड़ के निकट पड़ा दिखा, ये है पूरा केस
हालांकि, अभी अधिकारिक रूप से इस बात की पुष्टि तो नहीं हो पाई है...
धर्मशाला. दुनिया के दूसरे नंबर पर पैराग्लाइडिंग साइट (Paragliding Sight) के लिए विश्व प्रसिद्ध हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा की घाटी बीड़ बिलिंग (Bir-Billing) से इस साल 8 जनवरी को उड़ान भरने के दौरान लापता हुए पायलट रोहित भदोरिया का शव मिलने की सूचना की प्रशासन को मिली है. जानकारी मिली है कि लापता हुए पायलट का शव जालसू जोत व बड़ा भंगाल की पहाड़ियों के बीच एक संकरे पहाड़ के निकट पड़ा हुआ है. हालांकि, अभी अधिकारिक रूप से इस बात की पुष्टि तो नहीं हो पाई है, लेकिन सर्च अभियान में जुटी टीम को इस बारे जानकारी बीड़ में दी है.
इसके बाद इस संदर्भ में बीड़ से एक टीम लापता पायलट के शव को लेने जालसू जोत व बड़ा भंगाल की पहाडियों की ओर रवाना हो गई है. जहां शव मिला है, उसी स्थान में पिछले माह अप्रैल माह में लापता पायलट का कुछ सामान बरामद हुआ था, जिसके बाद कयास लगाए गए थे कि जल्द ही लापता पायलट बारे कोई ठोस जानकारी मिलेगी. अब उसी क्षेत्र जालसू जोत में लापता हुए पायलट का शव बर्फ कम होने के बाद मिला है.
दिल्ली के रहने वाले थे रोहित
दिल्ली के रहने वाले 48 वर्षीय रोहित भदौरिया बीते 8 जनवरी को बिलिंग से उड़ान भरने के बाद लापता हो गए थे. उस समय मौसम खराब होने की सूरत में इमरजैंसी लैंडिंग करने की बात सामने आ रही थी, जिसके बाद वायु सेना के चौपर की मदद से व माउंटेनियनिंग की टीमों ने भी लापता पायलट को लेकर सर्च अभियान चलाया गया था, लेकिन उस समय निराशा ही हाथ लगी थी. एक टीम को रोहित का कुछ सामान बीते माह 12 अप्रैल को जालसू के समीप जोड़ा धड़वे के पास वाली संकरी पहाड़ी में मिला था, लेकिन उस समय वहां बर्फ अधिक होने के चलते अधिक दिन तक सर्च अभियान नहीं चलाया जा सका था. करीब 4 माह बाद बर्फ के कम होने के बाद रोहित के दोस्तों व परिजनों ने रेस्कयू टीम को उसी स्थान पर दुबारा भेजा जहां रोहित का सामान मिला था.शव लाने का प्रयास
अब रोहित के शव को वापिस बीड़ में लाने का प्रयास किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि शनिवार देर शाम तक लापता पायलट के शव को बीड़ पहुंचाकर परिजनों के हवाले किया जाएगा.साडा सुपरवाइजर रणविजय ने बताया कि दोस्तों व परिजनों के द्वारा हॉयर किए टीम लापता पायलट का शव लेने को रवाना होने की सूचना मिली है.