पंजाब। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल के पार्थिव शरीर को चंडीगढ़ में शिरोमणि अकाली दल पार्टी के कार्यालय ले जाया जा रहा है।
बता दें कि पंजाब के पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके बादल को ‘गैस्ट्राइटिस’ और सांस लेने में परेशानी होने के चलते पिछले साल जून में भी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कोविड बाद की स्वास्थ्य जांच के लिए फरवरी 2022 में उन्हें मोहाली के एक निजी अस्पताल ले जाया गया था. बादल पिछले साल जनवरी में कोरोना वायरस से संक्रमित हो गये थे और उन्हें लुधियाना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया- श्री प्रकाश सिंह बादल जी के निधन से अत्यंत दु:ख हुआ. वह भारतीय राजनीति की एक महान हस्ती थे, और एक उल्लेखनीय राजनेता थे, जिन्होंने हमारे देश के लिए बहुत योगदान दिया. उन्होंने पंजाब की प्रगति के लिए अथक परिश्रम किया और कठिन समय में राज्य को सहारा दिया.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जताया बादल के निधन पर शोक जताया. उन्होंने लिखा- आमजन और किसानों के हित में प्रकाश सिंह बादल ने आजीवन संघर्ष किया. समाज, प्रदेश व देश के विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा. लोकतांत्रिक मूल्यों को सशक्त बनाने में भी बादल की भूमिका रही महत्वपूर्ण. उनका निधन भारतीय राजनीति के एक युग का अंत.
प्रकाश सिंह बादल ने 2022 में पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ा था. वह चुनाव लड़ने के बाद सबसे अधिक उम्र के उम्मीदवार थे. उन्होंने पहली बार कोई चुनाव हारा था. इसी के बाद उन्होंने राजनीति से एकतरह से दूरी बना ली थी. बादल ने साल 1947 में राजनीति शुरू की थी. उन्होंने सरपंच से सीएम तक का सफर तय किया था. उन्होंने 1957 में सबसे पहला विधानसभा चुनाव लड़ा था. इसके बाद वह 1969 में चुनाव जीते. इसके बाद वह 1970-71, 1977-80, 1997-2002 में पंजाब के सीएम थे. सांसद भी चुने गए.