15 किसानों के खून पसीने की कमाई जलकर खाक, मचा हड़कंप
गर्मी का मौसम आते ही आग लगने की घटनाएं सामने आने लगती हैं.
चंदौली: गर्मी का मौसम आते ही आग लगने की घटनाएं सामने आने लगती हैं. कई बार खेत में आग लगने से किसान की खड़ी फसल बर्बाद हो जाती है और नुकसान सहना पड़ता है. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के चंदौली का है. जहां चकिया इलाके में गेहूं की खड़ी फसल में अचानक आग लग गई. जिसके चलते 15 किसानों के खून पसीने की कमाई जलकर खाक हो गई.
चकिया के सिकंदरपुर गांव के सीवान में लगी आग ने 40 बीघे गेहूं की खड़ी फसल को जलाकर खाक कर दिया. घटना की खबर मिलते ही दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की. लेकिन तब तक गेहूं की खड़ी फसल जलकर खाक हो चुकी थी. आग कैसे लगी अभी इसके पीछे का कारण स्पष्ट पता नहीं चल है. आशंका व्यक्त की जा रही है खेतों के बीच से गुजर रहे हाईटेंशन के तार में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी है.
स्थानीय प्रशासन इस बात की जांच कर रही है कि खेतों में आग लगने का कारण क्या था. दूसरी तरफ जिला प्रशासन की तरफ से किसानों के इस नुकसान का आकलन कराया जा रहा है, सरकार द्वारा अनुमन्य मुआवजा देने की बात कही जा रही है.
दरअसल, शुक्रवार की दोपहर बाद सिवान में गेहूं की खड़ी फसल में अचानक लगी आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और देखते ही देखते 15 किसानों की लगभग 40 बीघे से ज्यादा गेहूं की खड़ी फसल जलकर खाक हो गई.
पहले तो ग्रामीणों ने खुद ही आग पर काबू पाने की कोशिश की लेकिन किसानों द्वारा आग पर काबू नहीं पाया जा सका. इसी बीच किसानों द्वारा फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचती तब तक सब कुछ जलकर खाक हो चुका था.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए चकिया के एसडीएम और ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि सिकंदरपुर गांव के सिवान में गेहूं की खड़ी फसल में अज्ञात कारणों से आग लग गई थी. जिसमें 15 किसानों की तकरीबन 40 बीघे गेहूं की खड़ी फसल का नुकसान हुआ है. उन्होंने आगे बताया कि आग लगने के कारणों का भी पता लगाया जा रहा है. साथ ही राजस्व विभाग की टीम द्वारा किसानों के इस नुकसान का आकलन कराया जा रहा है. आकलन कराने के बाद सरकार द्वारा अनुमन्य सहायता राशि किसानों को प्रदान कर दी जाएगी.