प्राधिकरण ने सेफ सिटी के लिए तैयार टेंडर प्रस्ताव की जांच कराने का निर्णय लिया
आचार संहिता लग जाने के कारण इसके टेंडर जारी करने का काम अटक गया
नोएडा: शहर में लोगों की सुरक्षा के लिए सुरक्षित सिटी योजना के तहत कैमरे लगाए जाने हैं. आचार संहिता लग जाने के कारण इसके टेंडर जारी करने का काम अटक गया. अब प्राधिकरण ने सेफ सिटी के लिए तैयार टेंडर प्रस्ताव की जांच कराने का निर्णय लिया है.
टेंडर प्रस्ताव की जांच करने के लिए नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने कमेटी बना दी है. कमेटी जांच करेगी कि 212 करोड़ की इस परियोजना में कौन-कौन से काम कराए जाने हैं. कमेटी में वित्त नियंत्रक और डीजीएम सिविल को भी शामिल किया गया है. जांच के बाद चुनाव आचार संहिता हटने के बाद नोएडा प्राधिकरण टेंडर सेफ सिटी का टेंडर जारी कराएगा. उत्तर प्रदेश में नोएडा में सेफ सिटी की परियोजना सबसे बड़ी है. यहां पर 561 जगह करीब 2600 कैमरे लगाए जाएंगे. कैमरे लगाने की लोकेशन हॉटस्पॉट के तौर पर कमिश्नरेट पुलिस ने चिह्नित कर दी थी. इन लोकेशन में स्कूल, कॉलेज, मार्केट, भीड़भाड़ वाली जगह आदि हैं.
वकीलों की हड़ताल से कामकाज ठप: जिला न्यायालय के वकील हड़ताल पर रहे. इसके चलते कोर्ट में कामकाज नहीं हुआ. वकीलों ने पुलिस के खिलाफ विरोध जताया.
कोर्ट परिसर में बार एसोसिएशन की एक बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता एसोसिएशन के अध्यक्ष उमेश भाटी देवटा और संचालन धीरेंद्र भाटी साकीपुर ने किया. अध्यक्ष उमेश भाटी ने बताया कि दनकौर पुलिस ने उनके साथी अधिवक्ता जगतपाल भाटी के बेटे के साथ मारपीट के मामले में कार्रवाई नहीं की. पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं किया गया. इसके विरोध में वकीलों ने सर्वसम्मति से एक दिन का कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया.