एसपी पर फायरिंग करने वाला आरोपी दबोचा गया, तगड़ा एक्शन!
तमंचा और कारतूस मिला.
सम्भल: संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के दौरान हिंदूपुरखेड़ा इलाके में एसपी केके बिश्नोई पर गोली चलाने वाले आरोपी तिल्लन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी के दिल्ली के लक्ष्मी नगर और जहांगीरपुरी में होने की लोकेशन मिली थी. लगातार ट्रैकिंग के बाद पुलिस ने एसपी पर गोली चलाने वाले आरोपी को दबोच लिया.
एसपी केके बिश्नोई ने न्यूज़ चैनल से बातचीत में कहा, हिंदूपुरखेड़ा में जाते समय एक युवक ने छत से फायर किया था. खुफिया विभाग और इंटेलिजेंस की जांच पड़ताल के बाद गोली चलाने वाले शख्स का नाम तिल्लन सामने आया. आरोपी के दिल्ली स्थित जहांगीरपुरी और लक्ष्मी नगर में होने की सूचना मिली थी.
ट्रेकिंग के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और गिरफ्तार किए गए आरोपी से 12 बोर का तमंचा और कारतूस बरामद हुआ है. उधर, संभल में वक्फ से संबंधित एफआईआर मामले को लेकर पुलिस कप्तान केके बिश्नोई बोले कि डेलिगेशन की ओर से दस्तावेज सौंपे गए थे और डीएम ने तीन सदस्यी जांच कमेटी गठित की गई थी. फर्जी कागजात के मामले में यह केस दर्ज किया गया है.
दरअसल, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया कि शाही जामा मस्जिद के पास पुलिस चौकी का निर्माण वक्फ की जमीन पर किया जा रहा है, हालांकि जिलाधिकारी (DM) ने आरोपों का खंडन करते हुए उसे नगर पालिका की संपत्ति बताया.
ओवैसी ने 'X' पर एक पोस्ट में कहा, संभल की जामा मस्जिद के पास जो पुलिस चौकी बनाई जा रही है, वह वक्फ की जमीन पर है जैसा कि रिकॉर्ड में दर्ज है. इसके अलावा, प्राचीन स्मारक अधिनियम के तहत संरक्षित स्मारकों के पास निर्माण कार्य प्रतिबंधित है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संभल में इस माहौल बनाने के जिम्मेदार हैं.
AIMIM नेता ने कुछ कथित दस्तावेज संलग्न करते हुए लिखा, ''यह वक्फ नंबर 39-ए, मुरादाबाद है. यह उस जमीन का वक्फनामा है जिस पर पुलिस चौकी का निर्माण हो रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार को कानून का कोई एहतराम नहीं है.'' संभल के जिलाधिकारी (DM) राजेंद्र पेंसिया ने कहा कि पुलिस चौकी के निर्माण के सिलसिले में अब तक जो दस्तावेज सामने आए हैं उनके संबंध में कोई भी प्रमाणित और कानूनी पक्ष हमारे पास नहीं आया है.
DM ने कहा, ''जो दस्तावेज आए थे उनकी जांच की गई और वे अपंजीकृत दस्तावेज हैं. जांच अभी जारी है. अगर कोई व्यक्ति पुख्ता दस्तावेज लेकर आता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.'' पत्रकारों के इस सवाल पर कि क्या यह जमीन सरकारी है या किसी और की है? DM पेंसिया ने कहा कि यह नगर पालिका की संपत्ति के रूप में पंजीकृत है, जिसे पुलिस चौकी बनवाने के लिए दिया गया है.
डीएम ने कहा कि चौकी संभल थाने के अधीन काम करेगी और गत 24 नवंबर को हुई हिंसा के मद्देनजर इसकी योजना बनाई गई थी. बता दें कि संभल में पिछले माह हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी. अब कोट पूर्वी मोहल्ले में शाही जामा मस्जिद के पास एक पुलिस चौकी के लिए शनिवार को औपचारिक 'भूमि पूजन' किया गया. जिसका निर्माण कार्य जारी है.