असदुद्दीन ओवैसी और उसके भाई की स्पीच से बेहद नाराज था आरोपी, पुलिस ने किए कई खुलासे

Update: 2022-02-04 01:55 GMT

यूपी। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) पर हमले के मामले में पुलिस ने कई खुलासे किए हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपियों के पास से जब्त की गईं दोनों पिस्टलें कंट्री मेड हैं. सचिन ने कुछ दिनों पहले ही हथियार खरीदा था. पुलिस हथियार बेचने वाले की गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है. गोली चलाने वाला आरोपी सचिन ओवैसी की लगभग हर स्पीच को फॉलो करता है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक दोनों आरोपी ओवैसी की मेरठ की सभा में भी मौजूद थे. पुलिस अब मेरठ में सभा स्थल के आस पास के सीसीटीवी खंगालेगी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक दोनों आरोपी पिछले कई दिनों से ओवैसी का पीछा कर रहे थे. हमले की ताक में वे ओवैसी की सभाओं में मौजूद रहते थे. उन्होंने वारदात को अंजाम देने के लिए पूरी प्लानिंग की थी.

प्लान ये भी था कि फायरिंग के बाद दोनों भीड़ से बचने के लिए सीधा पुलिस स्टेशन चले जाएंगे. लेकिन ओवैसी के ड्राइवर के गाड़ी आगे बढ़ा लेने के कारण ये प्लान फेल हो गया. आरोपी सचिन ने पूछताछ में बताया की वह ओवैसी और उसके भाई की स्पीच से बेहद नाराज था. दोनों आरोपियों को लगता है की ओवैसी भाई उनकी आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. दोनों आरोपियों से पूछताछ करने वाले अधिकारी ने बताया की दोनों वैचारिक तौर पर बेहद कट्टर हैं.

गुरुवार शाम असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया कि मेरठ से लौटते वक्त उनकी गाड़ी पर 4 राउंड फायरिंग की गई है. राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल के साथ खास बातचीत में ओवैसी ने कहा कि उन पर मेरठ से लौटते वक्त फायरिंग की गई. वह बोले कि सबको पता था कि हम मेरठ से दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं. हर कोई जानता है कि टोल प्लाजा के पास गाड़ी धीमी हो जाती है और इसी दौरान हमलावर ने मुझे निशाना बनाते हुए गोलीबारी की. जब हमलावरों ने गोलीबारी की तो हमारे ड्राइवर ने समझदारी दिखाई और तुरंत गाड़ी भगा ली. इन लोगों पर ठोस कार्रवाई होनी चाहिए इन्होंने मेरी जान लेने की कोशिश की है.

इस मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया तो दूसरे ने गाजियाबाद थाने में खुद सरेंडर कर दिया. हापुड़ के एसपी दीपक भुकर ने बताया कि एक व्यक्ति जो सीसीटीवी के आधार पर चिन्हित हुआ है तत्परता से हमने उस व्यक्ति को हिरासत में लिया है. उससे पूछताछ की जा रही है. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले की जांच के लिए 5 टीमें गठित की गई हैं. उन्होंने कहा कि आईजी मेरठ खुद इस मामले की निगरानी कर रहे हैं.

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