थाईलैंड युवती मौत केस: इन नेताओं पर दर्ज हुई FIR, ये है वजह
कोतवाली में एक एफआईआर दर्ज कराई गई है.
लखनऊ में थाई महिला की कोरोना के मौत के मामले में राज्यसभा सांसद संजय सेठ की तरफ से समाजवादी पार्टी (सपा) नेताओं के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. हजरतगंज थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर में समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह, राम दत्त तिवारी और महेंद्र कुड़िया का नाम दर्ज है.
दरअसल, थाईलैंड की महिला की कोरोना से मौत के मामले में सपा नेताओं ने राज्यसभा सांसद संजय सेठ के बेटे का नाम लिया था, जिसके बाद सांसद की तरफ से हजरतगंज कोतवाली में एक एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिसमें सोशल मीडिया के जरिए बदनाम करने का आरोप लगाया गया है.
एफआईआर में यह भी कहा गया है कि संजय सेठ के परिवार और सामाजिक प्रतिष्ठा को धूमिल किया जा रहा है, एक ओर आईपी सिंह के द्वारा ट्वीट किया जा रहा है, जिसे राम दत्त तिवारी री-ट्वीट कर रहे हैं, सोशल मीडिया में जो दावे किए जा रहे हैं, वह झूठ है, इसकी गहन से जांच होनी चाहिए.
राज्यसभा सदस्य संजय सेठ ने साइबर सेल पुलिस से मृतक लड़की की पासपोर्ट और एजेंट सलमान की भूमिका की भी जांच करने की मांग की है, अगर कोई इसमें दोषी पाया जाता है तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए. यह एफआईआर संजय सेठ के निजी सहायक आलोक कुमार पांडे की तरफ से लिखवाई गई है.
मुकदमा दर्ज होने पर सपा नेता आईपी सिंह ने कहा कि थाई गर्ल मामले में मेरे ऊपर ही मुक़दमा कर दिया गया है, बिना इलाज लड़की की मृत्यु हुई, शहर के नामी व्यापारी का नाम मीडिया रिपोर्ट में आया, ना पुलिस की लापरवाही पर कोई सवाल और ना दोषियों पर कार्रवाई, मेरा जुर्म, जांच की मांग करना.
आगे सपा नेता आईपी सिंह ने कहा कि स्थानीय प्रशासन ने लड़की की मौत को छिपाया, उसके मिलने वालों के नाम को दबाया, इलाज के अभाव में कॉरिडार में मरने के लिए छोड़ दिया, IPC 500 की जो धारा मुझपर लगी है वो कोर्ट के माध्यम से लगनी चाहिए वो खुद पुलिस ने लगा दी, कर लीजिए मनमानी.