कांवड़ यात्रा के दौरान भीषण हादसा, 5 कावड़ियों की दर्दनाक मौत
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मेरठ। मेरठ में शनिवार को कांवड़ यात्रा के दौरान भीषण हादसा हो गया. यहां भावनपुर थाना क्षेत्र में कांवड़ आगमन के दौरान हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से हादसा हो गया. कई कांवरिये हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गए, जिनमें से चार की मौत हो गई, जबकि कई बुरी तरह झुलस गये. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया. बताया गया कि कई की हालत गंभीर बनी हुई है. जानकारी के मुताबिक, विशाल, अजय, अभिषेक, मनीष, योगेश, रोहताश, प्रदीप, अनुज, विनीत, सेंसर, महेंद्र, मोहित, प्रिंस, हिमांशु, सूरज और सचिन कांवड़ लेने गए थे. ये सभी शनिवार को कांवर लेकर वापस शिवालय लौट रहे थे. इसी बीच भावनपुर थाना क्षेत्र के राली चौहान में बड़ा हादसा हो गया.
यूपी के मेरठ में भावनपुर के राली चौहान गांव में शनिवार रात करीब 8.30 बजे दर्दनाक हादसे से कोहराम मच गया। कांवड़ और उसके साथ चल रहा साउंड सिस्टम 11 हजार की बिजली लाइन की चपेट में आ गया और उसमें सवार तमाम लोग करंट से झुलस गए। 20 घायलों को आनन-फानन में आसपास के अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज भेजा गया। हादसे में दो भाइयों समेत 5 लोगों की मौत हो गई। सूचना पर एडीजी, आईजी और डीएम-एसएसपी भी मौके पर दौड़े। वहीं, आक्रोशित ग्रामीणों ने मौके पर हंगामा करते हुए जाम लगा दिया और बिजली विभाग के कर्मचारियों पर मुकदमे की मांग की।
राली चौहान गांव निवासी संजू और प्रदीप अपने साथियों के साथ शनिवार रात कांवड़ लेकर हरिद्वार से गांव पहुंचे। गांव से बाहर मेरठ-किला मार्ग पर कांवड़ देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जमा थी। किला मार्ग से राली की ओर मुड़ने के दौरान साउंड सिस्टम की ट्रैक्टर-ट्रॉली और कांवड़ हाइटेंशन लाइन की चपेट में आ गई। पूरी ट्रॉली में करंट दौड़ गया और तमाम कांवड़ियां और आसपास मौजूद कई लोग झुलस गए। मौके पर चीख पुकार मच गई। कुछ लोगों ने घायलों को ट्रॉली से अलग किया। करीब 20 घायलों को तुरंत अस्पताल भेजा गया। इनमें से 5 की मौत होने की पुष्टि की गई है। घायलों को गंगानगर के आईआईएमटी, मेरठ के आनंद अस्पताल और मेडिकल में भर्ती कराया गया है।
सूचना पर डीएम और एसएसपी फोर्स के साथ मौके पर दौड़े। दूसरी ओर आक्रोशित ग्रामीणों ने घटना के विरोध में हंगामा करते हुए जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने बिजली विभाग के जेई और लेखपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। आरोप लगाया कि कांवड़ के साथ आ रहे पुलिसकर्मियों ने बिजलीघर पर कॉल कर तीन बार शटडाउन मांगा था। बावजूद इसके लाइन नहीं काटी गई और झूठ बोल दिया कि बिजली बंद कर दी गई है। इसके बाद कांवड़ आगे बढ़ाई तो वह लाइन की चपेट में आ गई और हादसा हुआ। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों का घेराव कर दिया और नारे लगाए। कई थानों की फोर्स मौके पर बुलाई गई है। दूसरी ओर एडीजी राजीव सबरवाल और आईजी आनंद अस्पताल और मेडिकल पहुंचे। फिलहाल पुलिस-प्रशासन की ओर से दो भाइयों हिमांशु और प्रशांत, लखमी, मनीष सैनी और महेंद्र की मौत की पुष्टि की गई है। 15 घायल उपचाराधीन हैं, जिनमें से छह की हालत गंभीर है।
जैसे ही डाक कांवर के साथ चल रहा डीजे हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया तो कांवरिए करंट की चपेट में आकर झुलस गए, कई कांवरिये नीचे गिर गए. वहीं अन्य कांवरियों में चीख-पुकार मच गयी. आनन-फानन में झुलसे लोगों को 108 एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया. जहां चार शिवभक्तों को मृत घोषित कर दिया गया. हादसे की सूचना मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई. अधिकारियों को भी सूचना दी गई. बताया गया कि झुलसे कांवरियों में हिमांशु, महेंद्र, प्रशांत और लखमी की मौत हो गयी है. वह भावनपुर थाना क्षेत्र के राल चौहान का रहने वाला है.
इसके अलावा कई घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. उधर, घटना के विरोध में कांवरियों ने जाम लगा दिया है, पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं. हादसे की जानकारी मिलते ही कांवरियों के परिजनों में कोहराम मच गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. बताया गया कि मेरठ मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में मनीष (18) को मृत लाया गया था. हालांकि मेडिकल स्टाफ ने अभी तक मनीष की मौत की पुष्टि नहीं की है. वहीं, बताया जा रहा है कि झुलसे तीन कांवरियों को वेदांता हॉस्पिटल शास्त्री नगर में भर्ती कराया जाएगा.