'तेरी मिट्टी': आईटीबीपी के जवान ने गाया गीत, Chamoli के बचाव ऑपरेशन में लगे जवानों को किया समर्पित, देखें वीडियो
जवानों की हौसला अफजाई के लिए आईटीबीपी के एक जवान ने गाना गाया है.
उत्तराखंड के चमोली में त्रासदी के बाद अब भी बचाव कार्य जारी है. सुरक्षाबल बचाव कार्य में जुटे हुए हैं. जवानों की हौसला अफजाई के लिए आईटीबीपी के एक जवान ने गाना गाया है. जवान ने यह गाना आईटीबीपी के जवानों को समर्पित किया है.
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान अर्जुन खेरियाल ने उत्तराखंड की तपोवन त्रासदी के बाद बचाव, खोज और राहत अभियान में लगे जवानों को एक गीत समर्पित किया है, 'तेरी मिट्टी' के इस स्वरूप में अर्जुन ने आईटीबीपी के जवानों को उनके त्वरित बचाव कार्य के लिए और उनकी मातृभूमि भक्ति के लिए उनकी प्रशंसा की है.
ऋषि और धौली गंगा में 7 फरवरी, 2021 को आए जल प्रलय में आईटीबीपी के जवानों ने उसी दिन 12 लोगों को एक सुरंग से सही सलामत बाहर निकाला था. एक अन्य सुरंग में बचाव कार्य जारी है. कई सुदूर गांवों में आईटीबीपी द्वारा राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है. भारत चीन सीमा पर तैनात 'सेंटिंनेल्स ऑफ द हिमालयाज' और ऐसी आपदा की परिस्थितियों में फर्स्ट रेस्पॉन्डर के तौर पर जाने जानेवाली आईटीबीपी ने हिमालय क्षेत्र में आपदा बचाव अभियानों में पिछले दशकों में अद्वितीय कार्य किए हैं.
बता दें कि उत्तराखंड के चमोली में 7 फरवरी को हुई त्रासदी के बाद लापता 204 लोगों में से अबतक 38 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि दो लोग टनल से सुरक्षित बाहर निकाले गए हैं. टनल में फंसे लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है. उधर एसडीआरए ने रैणी गांव में 4200 मीटर की ऊंचाई पर ग्लेशियर फटने से बनी झील का भी दौरा किया है. एसडीआरएफ ने रैणी गांव में बचाव कार्य के लिए हैलीपैड बनाने के लिए जगह भी तलाश ली है. कई सुरंगों से कीचड़ और मलबा हटाने का काम जारी है.