तेजस्वी यादव ने कहा- सरकार बनी तो झाझा को अनुमंडल और नगर परिषद का मिलेगा दर्जा
बिहार में बेरोजगारी चरम पर है। नीतीश कुमार के 15 साल के शासनकाल में किसी नौजवान को रोजगार नहीं मिला। पलायन जोरो पर है तो महंगाई चरम पर है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| जमुई, जेएनएन। बिहार में बेरोजगारी चरम पर है। नीतीश कुमार के 15 साल के शासनकाल में किसी नौजवान को रोजगार नहीं मिला। पलायन जोरो पर है तो महंगाई चरम पर है। कोरोना काल में जब मजदूर घर आना चाहे तो नीतीश कुमार ने लाने से इंकार करते हुए कहा कि जो जहां है वहीं पर रहे। जबकि झारखंड के मुख्यमंत्री ने हवाई जहाज से अपने मजदूरों को घर लाए। जो मजदूर को घर लाने से कतराते रहे, सोचे अगर वो सत्ता में आ गए तो पांच साल कुछ नहीं करेंगे। बिहार और पीछे चला जाएगा। हमें एक बार पांच साल का मौका दे। जात-पात धर्म से उपर उठकर बिहार के लिए काम करेंगे। उक्त बातें शनिवार को शहर के एमजीएस उच्च विद्यालय के मैदान में महागठबंधन के नेता सह पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने राजद प्रत्याशी राजेन्द्र यादव के चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने पिछले चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि जनता ने महागठबंधन को बहुमत देकर बिहार के गद्दी पर बैठाया। नीतीश कुमार ने बीच में ही पल्ला बदल लिया। शादी किसी ओर से और हनीमून किसी ओर से कर ली। उन्होंने डीएनए का मुद्दा को उठाते हुए कहा कि मेरा डीएनए ठीक है जिसका डीएनए गड़बड़ है वो अपना सोचे। बिहार के 12 करोड़ जनता के जनादेश का अपमान नीतीश कुमार ने किया है।
महागठबंधन की सरकार बनते ही पहले केबिनेट में सूबे के 10 लाख युवाओं को रोजगार दिया जायेगा। बिहार में कारखाना लगाया जाएगा। नीतीश कुमार ने सूबे में उद्योग लगाने में अक्षम होने की बात कही। फैक्ट्री नहीं लगने के पीछे बिहार में समुद्र नहीं रहने की बात कही गई। ऐसे भी नीतीश कुमार अब रिटायर हो गये है। उनसे अब बिहार चलने वाला नहीं है। नीतीश सरकार बिजली दूसरे से खरीदकर लोगों से पैसे वसूली कर रही है। अगर सूबे में बिजली पैदा किया जाए तो रोजगार मिलेगा। कहीं भी जाते है तो लोग पूछते है कि बिहार में क्या वा, तो हमलोग कहते है कि बेराजगारी वा, पलायन वा। उन्होंने कहा कि दुर्गा पूजा प्रारंभ हुआ हैं। कलश स्थापना करके आप लोगों के बीच आया हूं जो भी वादा करेंगे उसको पुरा किया जायेगा। दस लाख नौकरी के अलावा नियोजित शिक्षकों को समान काम समान वेतन देने की बात कही। साथ ही आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका, आशा, स्वयं सहायता समूह, विकास मित्र, रसोईया आदि को स्थायीकरण करते हुए मानदेय में बढ़ोतरी की जायेगी। तेजस्वी ने शराब बंदी पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार कहती है कि शराब बंद है लेकिन घर-घर में होम डिलेवरी हो रहा है। यहां तो चूहा भी शराब पी रहा है। सूबे के एक ही जिला को नौकरी में प्राथमिकता मिल रही है। ऐसी स्थिति में पूरे बिहार का विकास कैसे संभव है। मौके पर कांग्रेस नेता धर्मदेव यादव, राजद नेता श्रीकांत यादव, पूर्व नगर अध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा, कामदेव यादव, गौरव ङ्क्षसह राठौर, राशिद अहमद सहित काफी संख्या में कार्यकर्ता एवं समर्थक उपस्थित थे।