जलालाबाद/शाहजहांपु: छत पर लगाने के लिए बनवाई गई लोहे की ग्रिल के नीचे दबकर किशोर की मौत हो गई। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया है।गांव नगरिया बुजुर्ग के मझरा बंजारिया निवासी हसमुद्दीन अपना मकान बनवा रहे हैं। छत पर लगाने के लिए लोहे की वजनदार ग्रिल बनवाई थी। घर से 50 मीटर की दूरी पर ग्रिल बनाने की दुकान है। सोमवार पूर्वाहन 11 बजे ई-रिक्शा से पिता हसमुद्दीन के साथ 16 वर्षीय पुत्र इमरान भी दुकान से ग्रिल लेने के लिए गया था। एक क्विंटल 10 किलोग्राम वजन की ग्रिल को हसमुद्दीन ने ई-रिक्शा की छत पर लाद दिया गया। इमरान ई-रिक्शा पर बैठ गया। ई-रिक्शा हसमुद्दीन चला रहा था। घर के लिए चलते समय कुछ दूरी पर सड़क ऊची होने के कारण ई-रिक्शा दाहिनी तरफ पलट गया। पीछे बैठे इमरान ने ई-रिक्शा से उतरकर छत पर लदी ग्रिल को रोकने के लिए हाथ लगाया लेकिन वजनदार ग्रिल को वह रोक नहीं पाया और उसके नीचे दब गया।मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। ई-रिक्शा उठाने के साथ ही जल्दी-ग्रिल को हटाया लेकिन तब तक उसके नीचे दबे इमरान की सांसे थम चुकी थीं। जवान पुत्र की मौत से माता पिता सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक चार भाई बहन था। जिसमें इमरान सबसे बड़ा था, दो बहने रुकसार, बन्नी, और छोटा भाई सुब्हान, माता नन्ही बेगम बेसुध हो गए।