नई दिल्ली. यह मामला उत्तर प्रदेश के बलिया जिले का है, जहां एक शिक्षिका को फर्जी डॉक्यूमेंट्स के आधार पर नौकरी प्राप्त करने का खुलासा होने के बाद सेवा से बर्खास्त कर दिया गया. रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश के इस जिले में महिला टीचर पिछले 12 वर्षों से काम कर रही थी. जांच में फर्जी शिक्षा दस्तावेजों के खुलासे के बाद टीचर को नौकरी से हाथ धोना पड़ा. बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) शिवनारायण सिंह ने बताया कि छोटकी विसहर के प्राइमरी स्कूल में टीचर की नौकरी कर रही टीचर को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के निर्देश पर विशेष कार्य बल ने उसके प्रमाणपत्रों की जांच की और उसकी इंटरमीडिएट की मार्कशीट फर्जी पाई.
बीएसए ने कहा कि जांच के बाद शिक्षिका को अपना पक्ष रखने का पर्याप्त मौका दिया गया और बाद में उनके खिलाफ कार्रवाई की गई. बता दें कि टीचर 27 जून 2009 से पद पर कार्यरत थी.