टाटा स्टील के कर्मचारी की रेलवे ट्रैक पर मिली लाश, पुलिस मामले की जांच में जुटी
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जमशेदपुर: टाटा स्टील के कर्मचारी की जुगसलाई के रेल ट्रैक पर लाश मिली। शव शनिवार देर शाम मिली थी, पर रविवार को परिजनों ने उसकी पहचान की। मृतक मानगो के सहारा सिटी गामा ए ब्लॉक निवासी बनारसी सिंह (52) के रहने वाले थे। उनके दो बेटे हैं, जो दिल्ली में रहते हैं।
रविवार सुबह 11 बजे वे हवाई मार्ग से जमशेदपुर पहुंचे और उसके बाद सीधे पोस्टमार्टम हाउस जाकर पहचान की। चेहरा बुरी तरह चोटिल हो जाने के चलते वह पहचान में नहीं आ रहा था, लेकिन उनके जैकेट, पायजामा, चप्पल व शरीर के अन्य स्थानों पर निशान को देखकर उनकी पहचान की गयी। पुलिस को दी गयी लिखित जानकारी में उनके बेटे ने बताया कि उनके पिता किसी काम से जुगसलाई गए थे। लौटने के दौरान ही वे ट्रेन की चपेट में आ गए और उनकी मौत हो गयी। मूलरूप से बिहार के कैमूर(भभुआ) के नकटौल निवासी टाटा स्टील के एच ब्लास्ट फर्नेस में कार्यरत थे। उनकी पत्नी का नाम सुशीला सिंह है।
बनारसी सिंह शनिवार शाम पांच बजे पैदल ही सहारा सिटी से निकल थे। वे अपना पर्स, मोबाइल फोन भी घर पर ही छोड़कर गए थे। घर से पांच सौ रुपये लेकर निकले, जिसके बाद वे सहारा सिटी के सामने वाली एक दुकान में गए और वहां पर अपना बकाया पैसा अदा किया। यहां के बाद वे रोड नंबर 15 की तरफ निकल गए, उसके बाद उनका कुछ पता नहीं चला।
इधर, जुगसलाई रेलवे फाटक के निकट ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आने के बाद पुलिस ने शव को अज्ञात मानते हुए उसे पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया था। इधर, जब बनारसी सिंह देर तक घर नहीं लौटे तो उनकी पत्नी ने पड़ोसियों को सूचित किया। उसके बाद पूर्व सैनिक सेवा परिषद के प्रदेश महामंत्री सुशील सिंह, भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष एसएन पाल सहित अन्य लोग उनकी तलाश में निकले। रात में ही रेलवे लाइन पर एक शव के मिलने की जानकारी हुई, लेकिन रात में पहचान नहीं हो पायी थी।