टास्क फोर्स के साथ बैठक में ऑक्सीजन, बेड्स पर चिंता
इधर, कोविड टास्क फोर्स के साथ बैठक के दौरान बेड्स की संख्या, ऑक्सीजन की उपलब्धता और वेंटिलेटर को लेकर जानकारों ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सामने चिंता व्यक्त की है. इतना ही नहीं स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ रहे तनाव को भी कम करने का मत डॉक्टर ने व्यक्त किया है. रेमडिवीसी दवा की उपलब्धता का भी विषय प्रमुखता से रखा गया है.
इससे पहले, महाराष्ट्र में नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने संकेत दिया कि राज्य सरकार संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए 12 अप्रैल से 15 दिनों का लॉकडाउन लगा सकती है. सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी के तीनों दलों और भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधियों की एक बैठक में उन्होंने इस संबंध में राज्य सरकार के लिए जाने वाले किसी भी निर्णय के लिए सभी दलों से सहयोग मांगा. पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फड़नवीस सहित उपस्थित सभी लोगों ने उन्हें समर्थन का आश्वासन दिया.
आर्थिक चिंताओ को नहीं कर सकते नजरअंदाज
विपक्ष के नेता फडणवीस ने मांग की थी कि सरकार ने लॉकडाउन के दौरान लोगों के जॉब लॉस और आजीविका के मुद्दों की आशंका को दूर करने के लिए एक डिलेट प्लान बनाए. उन्होंने कहा कि एक विपक्षी दल के रूप में हम सरकार को अपना समर्थन देने और लॉकडाउन से प्रभावित सभी पक्षों तक पहुंचने के लिए तैयार हैं. लेकिन साथ ही हमें चुनौतियों से सामंजस्य बनाने के लिए कुछ विकल्प देने होंगे. उन्होंने कहा कि आर्थिक चिंताओं को भी खारिज नहीं किया जा सकता. लोगों में भारी अशांति है क्योंकि यह उनकी आजीविका और व्यावसायिक चिंताओं से जुड़ा प्रश्न है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.
महाराष्ट्र में लागू है वीकेंड लॉकडाउन
महाराष्ट्र के सभी ज़िलों में कोरोना की रोकथाम को लेकर सरकार ने वीकेंड लॉकडाउन लगाया है. वीकेंड पर लगाए गए लॉकडाउन को अब तक उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है और मुंबई, पुणे, औरंगाबाद तथा नागपुर समेत राज्य के अधिकतर हिस्सों में सड़कें और बाजार सुने पड़े हैं. बहरहाल, राजधानी मुंबई के कुछ बाजारों समेत राज्य के कुछ स्थानों पर लोगों को एक ही जगह पर बड़ी संख्या में जमा होकर दूरी और अन्य नियमों को तोड़ते देखा गया. राज्य में पहला वीकेंड लॉकडाउन शुक्रवार रात आठ बजे शुरू हुआ और यह सोमवार सुबह सात बजे तक जारी रहेगा. शुक्रवार को पिछले 24 घंटों में राज्य में 58,993 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और 301 मरीजों की मौत हुई. केवल मुंबई में 9,200 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं और 35 लोगों की मौत हुई है.