तपस्या परिहार: रास्ते की मुश्किलों से घबराए बिना, सेल्फ स्टडी पर किया फोकस, एक किसान की बेटी ऐसे बनी IAS

Update: 2021-12-03 04:44 GMT

नई दिल्ली: देश के सबसे कठीन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) की तैयारी के लिए ज्यादातर स्टूडेंट्स कोचिंग का सहारा लेते हैं और इसके बावजूद उन्हें सफलता नहीं मिल पाती है. ऐसी ही कहानी मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर की रहने वाली तपस्या परिहारतपस्या परिहार (Tapasya Parihar) की है, जिन्होंने सिविल सर्विस एग्जाम (Civil Service Exam) की तैयारी के लिए कोचिंग जॉइन किया. लेकिन जब सफलता नहीं मिली, तब उन्होंने सेल्फ स्टडी पर भरोसा किया और ऑल इंडिया में 23वीं रैंक हासिल कर आईएएस अफसर बनीं.

12वीं के बाद की लॉ की पढ़ाई
मूल रूप से मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर की रहने वाली तपस्या परिहार (Tapasya Parihar) ने 12वीं तक की पढ़ाई केंद्रीय विद्यालय से की. 12वीं के बाद तपस्या ने पुणे के इंडियन लॉ सोसाइटी लॉ कॉलेज (Indian Law Society's Law College) में एडमिशन लिया और यहां से वकालत की पढ़ाई की.
लॉ के शुरू की यूपीएससी की तैयारी
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पुणे से लॉ की पढ़ाई पूरी करने के बाद तपस्या परिहार (Tapasya Parihar) ने यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) देने का फैसला किया. एग्जाम की तैयारी के लिए तपस्या ने कोचिंग जॉइन की, लेकिन पहले प्रयास में उन्हें असफलता हाथ लगी और प्री परीक्षा में ही फेल हो गईं.
कोचिंग छोड़ सेल्फ स्टडी पर किया फोकस
यूपीएससी एग्जाम में पहले प्रयास में असफलता के बाद तपस्या परिहार (Tapasya Parihar) ने कोचिंग छोड़ दी और खुद मेहनत करने का फैसला किया. इसके बाद उन्होंने सेल्फ स्टडी पर फोकस किया. दूसरे प्रयास के लिए जब तपस्या ने पढ़ाई शुरू की तो उनका टारगेट ज्यादा से ज्यादा नोट्स बनाने और आंसर पेपर सॉल्व करने पर था.
सेल्फ स्टडी से पाई सफलता
तपस्या परिहार (Tapasya Parihar) ने यूपीएससी एग्जाम (UPSC Exam) की तैयारी के लिए रणनीति में बदलाव किया और कड़ी मेहनत की. उन्होंने एग्जाम से पहले रिवीजन पर ध्यान दिया और कई आंसर पेपर सॉल्व कर डाले. इसके बाद तपस्या की मेहनत रंग लाई और उन्होंने सिविल सर्विस एग्जाम 2017 में ऑल इंडिया में 23वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस बनने में सफल रहीं.
तपस्या के पिता हैं किसान
तपस्या परिहार (Tapasya Parihar) ने परिवार को जब यूपीएससी की तैयारी करने की इच्छा जाहिर की तो उनके परिवार ने कुछ संकोच किए बना उनका साथ दिया. तपस्या के पिता विश्वास परिहार मूल रूप से किसान हैं. तपस्‍या के चाचा विनायक परिहार एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और यूपीएससी एग्जाम की तैयारी के दौरान तपस्‍या को उनका काफी समर्थन मिला. तपस्या की दादी देवकुंवर परिहार नरसिंहपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष रही हैं.

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