चेन्नई (आईएएनएस)| तमिलनाडु के धर्मपुरी जिले के कुंदलहल्ली के काली कवंदर कोट्टई गांव में सात मार्च को तीन मादा हाथियों की मौत के बाद अनाथ हुए उनके नौ महीने के दो बच्चों को पर तमिलनाडु वन विभाग नजर रख रहा है। धर्मपुरी वन क्षेत्र अधिकारी नागराज ने आईएएनएस को बताया, बच्चे उस इलाके में मौजूद थे, जहां हथिनी मृत पाई गई थीं। हमने उन्हें फल और अनाज खिलाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने केले के पत्ते खाए।
उन्होंने कहा कि हाथियों में इंसानों की तरह भावनाएं होती हैं।
अधिकारी ने कहा कि हाथी के बच्चों को अब एक हाथी का पीछा करते देखा जा सकता है। उन पर नजर रखने के लिए आठ सदस्यीय टीम गठित की गई है।
एक वन्यजीव प्रेमी द्वारा दायर एक जनहित याचिका पर सुनवाई के बाद मद्रास उच्च न्यायालय ने राज्य के वन विभाग को हाथियों के बच्चों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया है।