चेन्नई (आईएएनएस)| तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी (टीएनसीसी) उन सभी विधानसभा क्षेत्रों में समन्वयक नियुक्त करेगी, जो उन नौ लोकसभा सीटों के अंतर्गत आते हैं, जहां पार्टी के 2024 के आम चुनावों में उम्मीदवार उतारने की संभावना है। राज्य कांग्रेस के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि पार्टी की एक उच्च स्तरीय बैठक में उन सभी विधानसभा क्षेत्रों में समन्वयक नियुक्त करने का फैसला किया गया है, जो उन लोकसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आते हैं, जहां पार्टी ने द्रमुक के नेतृत्व में धर्मनिरपेक्ष प्रगतिशील गठबंधन (एसपीए) के सदस्य के तौर पर 2019 में चुनाव लड़ा था।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन के भागीदार के रूप में लड़ी गई नौ सीटों में से आठ पर जीत हासिल की थी। एकमात्र सीट जो पार्टी हार गई थी वह थेनी थी जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ई.वी.के.एस. इलांगोवन पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम (ओपीएस) के बेटे पी. रवींद्रनाथन से हार गए। संयोग से यही एकमात्र सीट जिसे अन्नाद्रमुक ने जीती थी।
कांग्रेस ने 2019 के आम चुनावों में तिरुवल्लूर, कृष्णागिरी, अरनी, करूर, तिरुचिरापल्ली, शिवगंगा, विरुधुनगर, कन्याकुमारी और थेनी सीटों पर चुनाव लड़ा था।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार, वह इन लोकसभा सीटों के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में समन्वयक नियुक्त करेगी।
समन्वयक आगे बूथ स्तर के समन्वयकों की नियुक्ति करेंगे जो मतदाता सूची में मतदाताओं को जोड़ने और हटाने के लिए बुनियादी चुनाव कार्य के लिए जिम्मेदार होंगे।
राज्य कांग्रेस प्रत्येक समन्वयक से अपेक्षा कर रही है कि वह प्रत्येक बूथ और प्रत्येक बूथ में पार्टी और जनप्रतिनिधियों के फायदे तथा नुकसान का उचित विश्लेषण करे।
कांग्रेस के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के.एस. अलागिरी, जिनके 2024 के आम चुनावों तक बने रहने की संभावना है, चाहते हैं कि पार्टी उन सभी सीटों को बरकरार रखे जो उसने जीती थी और साथ ही थेनी सीट पर भी जीत हासिल करे। कांग्रेस भी द्रमुक से और सीटें मांगने की योजना बना रही है, लेकिन और सीटें मिलने की संभावनाएं अभी दूर की कौड़ी दूर नजर आ रही हैं।