तमिलनाडु की तटीय पुलिस श्रीलंकाई नौसेना द्वारा मछुआरों पर अत्याचार की जांच करेगी
चेन्नई (आईएएनएस)| तमिलनाडु और पुडुचेरी के 12 मछुआरों पर कोडिकरई के पास श्रीलंका की नौसेना द्वारा हमले की जांच तमिलनाडु तटरक्षक पुलिस करेगी। हमले के एक दिन बाद बुधवार को सभी मछुआरे तट पर लौट आए।
सूत्रों ने बताया कि राज्य तटरक्षक पुलिस इस बात की जांच करेगी कि क्या श्रीलंकाई नौसेना ने भारतीय समुद्री सीमा में प्रवेश किया था और मछुआरों पर हमला किया था।
इन 12 मछुआरों में से माइलाद्त्रयी और कराइकल से पांच-पांच तथा दो नागापत्तनम से हैं। सभी सोमवार को कराइकल फिशिंग हार्बर के रास्ते 'माला' नामक नाव पर समुद्र में गए थे।
यह घटना मंगलवार देर रात उस समय हुई जब मछुआरे अपना जाल फैलाकर मछली फंसने का इंतजार कर रहे थे।
कराइकल के मछुआरे इवास ने कहा, जब हम कोडिकरई में मछली पकड़ रहे थे, श्रीलंकाई नौसेना के अधिकारियों ने हमारा पीछा किया। वे हमारे नाव में घुस आए और हमें पीटने लगे। उन्होंने हमारी मछलियां और मोबाइल फोन भी छीन लिए।
मछुआरा संघ के नेता आर. भक्तावलसलम ने आईएएनएस को बताया, यह अब रोज की बात हो गई है। श्रीलंकाई नौसेना अक्सर हमारे मछुआरों पर हमले करती है। उन्होंने हमारे लोगों पर हमला कर मछलियां छीन ली हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन को तुरंत इस मामले में प्रधानमंत्री से बात कर इसका कोई स्थायी समाधान निकालना चाहिए।
मछुआरा संघ के नेताओं ने कहा कि कई बार विरोध-प्रदर्शन के बावजूद श्रीलंका की नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों पर हमले की घटनाएं ज्यादा हो रही हैं। इसमें केंद्र सरकार को ज्यादा सक्रिय होने की जरूरत है ताकि तमिलनाडु के मछुआरे शांति से काम कर सकें।