इमरान खान सरकार की तारीफ: तालिबान ने पाकिस्तान की सराहना की, प्रवक्ता ने भारत को दिया झटका
नई दिल्ली: अफगानिस्तान के डिप्टी इंफॉर्मेशन मिनिस्टर और तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने अफगानिस्तान का समर्थन करने के लिए पाकिस्तान की सराहना की है. पीटीवी के साथ इंटरव्यू में मुजाहिद ने कहा कि अफगानिस्तान को लेकर पाकिस्तान मुखर रहा है और अंतरराष्ट्रीय ताकतों से अपील करता आया है कि वे अफगानिस्तान के साथ जुड़ें. इसके साथ ही जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कश्मीर को लेकर भी बयान दिया है.
'कश्मीर के पीड़ित मुस्लिमों को सपोर्ट करेंगे'
तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद कहा था कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है लेकिन इसके बाद तालिबान की तरफ से ये भी बयान आया था कि कश्मीर के पीड़ित मुस्लिमों के लिए तालिबान आवाज उठाना जारी रखेगा. जबीहुल्लाह मुजाहिद ने अब इस मसले पर एक बार फिर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां मुसलमानों के साथ गलत व्यवहार हो रहा है चाहे फिलीस्तीन हो, कश्मीर हो या म्यांमार हो.
उन्होंने आगे कहा कि जहां भी मुस्लिमों के साथ ज्यादती हो रही है, वो चिंताजनक है और हम उसके खिलाफ हैं. जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के उल्लंघन की भी हम आलोचना करते हैं. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार दुनिया के विभिन्न हिस्सों में पीड़ित मुस्लिमों को राजनयिक और राजनीतिक मदद प्रदान करना जारी रखेगी.
'चीन, कतर, रूस हमारा समर्थन कर रहे हैं'
जबीहुल्लाह ने कहा कि 'पाकिस्तान हमारा पड़ोसी है और अफगानिस्तान को लेकर पाकिस्तान का जो नजरिया रहा है, उसके लिए हम आभारी हैं. अफगानिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ अच्छे संबंध चाहता है. व्यापार और आर्थिक संबंधों का विस्तार करना चाहता है. हमें उम्मीद है कि हमारे पड़ोसी देश अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने अफगानिस्तान को समर्थन देना जारी रखेंगे. मुजाहिद ने कहा कि 'कई देशों ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और अमेरिका के सामने हमारे पक्ष में आवाज उठाई है. कतर, उज्बेकिस्तान और अन्य देशों ने भी अफगानिस्तान के प्रति सकारात्मक रुख अपनाया है. छह दिनों पहले चीन और रूस ने भी संयुक्त राष्ट्र महासभा में हमारे पक्ष में बात की थी. अफगानिस्तान के संबंध ना केवल अपने पड़ोसी देशों संग बल्कि अंतराष्ट्रीय समुदाय के साथ भी काफी महत्वपूर्ण हैं.'
'अफगानिस्तान में शांति के बाद अब व्यापार में करेंगे विस्तार'
जबीहुल्लाह ने ये भी कहा कि पंजशीर में युद्ध खत्म हो चुका है और हम किसी के साथ भी युद्ध या हिंसा नहीं चाहते हैं. समय आ चुका है कि अफगानिस्तान में प्रगति और समृद्धि के लिए काम शुरू किया जाए. अफगानिस्तान में शांति के बाद हमारी अगली प्राथमिकता दूसरे देशों के साथ व्यापार बढ़ाने की है.
तालिबान के प्रवक्ता ने चेतावनी दी कि अगर कोई समूह अफगानिस्तान पर हमला करेगा या सरकार से लड़ेगा तो उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि वे अफगानिस्तान को पाकिस्तान के साथ जोड़ने के लिए कदम उठाएंगे. उन्होंने कहा कि सड़क के रास्ते से अफगानिस्तान को पेशावर और पाकिस्तान के विभिन्न शहरों से जोड़ने की कोशिश की जाएगी.