बलिया. समाज कल्याण मंत्री असीम अरूण शनिवार को जनपद भ्रमण के दौरान अपना अधिकांश समय छात्र-छात्राओं को दिया। उन्होंने टीडी कालेज में आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं के साथ बातचीत की। उनको सफलता के तमाम टिप्स दिये। पढ़ाई व सफलता से जुड़े उनके सवालों का उत्तर देकर उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। पूर्व वरिष्ठ आईपीएस व मंत्री को एक अभिभावक के रूप में अपने साथ पाकर छात्र-छात्रा भी काफी उत्साहित दिखे।
मंत्री अरूण ने कहा कि आज तमाम युवाओं का रूझान प्रतियोगी परीक्षाओं को पास कर सरकारी सेवाओं में जाने का है। यह अच्छी बात है, पर शत प्रतिशत बच्चे इसमें सफल नहीं हो सकते। ऐसे में उद्यमिता भी उनके लिए अच्छा विकल्प है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी व सीएम योगी की सरकार ने तरक्की के तमाम रास्तों को खोला है। शिक्षा, कौशल विकास व उद्यमिता को विकसित करने के लिए सरकार योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है। युवाओं से कहा कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की वेबसाईट पर जाकर अपने सुझाव जरूर दें। अगर कोई कमी होगी तो उसे भी पूरा किया जाएगा। संचालन कला शिक्षक इफ़्तिख़ार खाँ ने किया। प्राचार्य सहित पूरा महाविद्यालय स्टाफ मौजूद थे।
काम सच्चा व पक्का हो तो जरूरी मिलेगी सफलता
मंत्री ने युवाओं से कहा कि जिस क्षेत्र में आपकी रूचि हो, उस क्षेत्र में सच्चा व पक्का काम होगा तो सफलता जरूरी मिलेगी। सच्चा, यानि ईमानदारी से तथा पक्का, यानि योजना बनाकर परिपूर्ण ढ़ंग से तैयारी करें तो बेहतर परिणाम आपके सामने होगा। यह भी कहा कि चाहे पढ़ाई हो, यातायात हो या सामाजिक जीवन, सबमें अनुशासन व कानून का अनुपालन अनिवार्य है।
माता-पिता व धरती मां की सेवा भी आपके संकल्पों में हो शामिल
मंत्री असीम अरूण ने युवाओं से कहा कि अपने लक्ष्य को निर्धारित कर उसे पूरा करने के लिए हर रोज सुबह संकल्प लें कि आज क्या करना है, और सोने से पहले तक उसे पूरा करें। धरती मां की सेवा, यानि पर्यावरण संरक्षण और माता-पिता का सम्मान व सेवा भी आपके संकल्पों में जरूर शामिल हो। इससे आपको शांति व सुकून की अनुभूति होगी और इसका फायदा आपको पढ़ाई में भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऑनलाईन पढ़ाई से शिक्षा में अवसर की समानता सबको मिली है। वहां दुनिया के अच्छे से अच्छे अध्यापक मिल रहे है। यह सुखद परिवर्तन है। खासकर छोटी नगरों में बेहतर शिक्षा की चुनौती थी, जो इससे दूर हुई है। आज गांव में रहकर युवा लाखों के पैकेज की नौकरी कर रहे हैं।
सवाल-जवाब: कहानी के जरिए समझाया, कैसे मिलेगी सफलता
युवा संवाद कार्यक्रम में युवाओं ने तमाम तरह के सवाल किए, जिसका मंत्री ने न सिर्फ उत्तर दिया, बल्कि कहानी व अन्य कई उदाहरण के माध्यम से समझाया भी। छात्र-छात्राओं के सवालों के कुछ अंश इस प्रकार हैंः-
मृत्युंजय ठाकुरः मैं टाइम टेबल बनाता हूं, पर उसका पालन लगातार नहीं कर पाता। इसके लिए क्या करूं ? सफलता के लिए क्या करूँ ?
मंत्रीः टाइम टेबल बनाएँ और उसका पालन करने के लिए संकल्पित हों। उन्होंने इस सवाल का उत्तर अध्यापक, कांच का जार, कंकड़, बालू व पानी की कहानी के माध्यम से समझाया। कहा कि जीवन में सबसे पहले योग-व्यायाम, पढ़ाई व माता-पिता की सेवा में अपना समय दें। सफलता के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण है। इसके बाद बचे समय में से कुछ समय मित्रों को दे सकते हैं। फिर थोड़ा बहुत समय सोशल मीडिया पर सकारात्मक क्षेत्र में दें। इस मानक पर चलें तो सफलता मिलनी तय है।
छात्रा अंकिता चौहानः पढ़ाई के दौरान मन एकाग्र नहीं होने पर क्या करें ?
मंत्रीः जहां रूचि होगी, उस क्षेत्र में आप स्वतः एकाग्र होकर काम करेंगे। इसलिए अपनी रूचि के हिसाब से लक्ष्य चुनें। कुछ चैप्टर बोरिंग लग सकते हैं, इसलिए शुरूआत रूचि वाले चैप्टर से करें। मेेडिटेशन व्यायाम भी एकाग्रता के लिए करें। यह भी ध्यान रहे कि घंटों की गिनती की पढ़ाई से अधिक जरूरी लक्ष्य के हिसाब से पढ़ाई है। योग व्यायाम के लिए 40 मिनट जरूर दें।
आसमा खातूनः परीक्षा में तनाव को दूर कैसे करें ?
मंत्रीः परीक्षा में तनाव कई छात्र-छात्राओं की चुनौती हो सकती है। इसके लिए जरूरी है कि अच्छी से अच्छी तैयारी हो। जितनी बेहतर आपकी तैयारी होगी, उतना ही तनाव कम होगा।
सानियाः पढ़ाई के दौरान लम्बे समय तक पढ़ाई व अपने अंदर उर्जा कैसे बनाये रखें ?
मंत्रीः हर एक छात्र-छात्राओं की अपनी-अपनी क्षमता है। इसलिए अपने हिसाब से पढ़ाई करें। पढ़ाई के दौरान थकान महसूस हो तो हल्का ब्रेक लें, रिलैक्स होने के बाद फिर पढ़ाई शुरू कर दें। बस ध्यान रहे कि प्रतिदिन निर्धारित किया हुआ लक्ष्य जरूर पूरा हो।