भवानीपुर दंपत्ति हत्याकांड में फ्लैट के सौदे को लेकर हत्या का संदेह, जानिए पूरी खबर
सिटी क्राइम न्यूज़: कोलकाता के भवानीपुर थाना अंतर्गत हरिश मुखर्जी स्ट्रीट स्थित फ्लैट में गुजराती दंपत्ति अशोक शाह और उनकी पत्नी रश्मिता की निर्मम हत्या की गुत्थी 72 घंटे बाद भी नहीं सुलझ सकी है। सोमवार दोपहर के समय इनके फ्लैट में आए हत्यारों ने तेज आवाज में टीवी चलाकर पॉइंट ब्लैंक रेंज से अशोक साह को पीछे से गोली मारी है। उनकी पत्नी को धारदार हथियार से मौत के घाट उतारा है। हत्यारे दंपत्ति का मोबाइल भी अपने साथ ले गए थे। बुधवार सुबह लाल बाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय की ओर से बताया गया है कि उक्त मोबाइल फोन भवानीपुर से काफी दूर धर्मतल्ला के एक मैनहोल से बरामद कर लिया गया है।
उस पर मौजूद उंगलियों के निशान संरक्षित किए गए हैं और कॉल लिस्ट को भी खंगाला जा रहा है। खास बात यह है कि वारदात वाले दिन गुजराती दंपत्ति के आवासीय परिसर में लगा सीसीटीवी कैमरा काम नहीं कर रहा था। हालाकी सड़कों पर आसपास लगे 100 से अधिक कैमरे का फुटेज पुलिस देख रही है। करीब के एक सीसीटीवी कैमरे में कुछ गतिविधियां नजर आई हैं। पुलिस दंपत्ति के घर काम करने वाली नौकरानी समेत कुछ रिश्तेदारों से भी पूछताछ कर चुकी है।
पुलिस ने बताया है कि जिस कमरे में अशोक शाह को गोली मारी गई है वहां डाइनिंग टेबल पर पानी से भरे दो ग्लास और चाय के खाली कप मिले हैं। यानी वारदात को अंजाम देने वाले लोग गुजराती दंपत्ति से परिचित थे। हत्या से पहले उन लोगों की अशोक के साथ काफी धक्का-मुक्की और हाथापाई भी हुई है। साइलेंसर लगाकर उन्होंने गोली मारी है और आवाज को दबाने के लिए तेज आवाज में टीवी भी चला दी थी। हत्या की घटना के बाद उन्होंने घर से कुछ गहने और करीब 40 हजार रुपये नगद ले गए हैं। हालांकि कई अन्य महंगे आभूषण वहां अभी भी पड़े हुए हैं। इसलिए अंदाजा लगाया जा रहा है कि हत्यारे पुलिस को चकमा देने के लिए गहना ले गए हैं ताकि लूट के लिए हत्या का संदेह हो। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि अशोक साह अपना फ्लैट 60 लाख रुपये में बेचने के लिए तैयार हो गए थे। इसके लिए उन्होंने खरीददार से एक लाख रुपये का डाउन पेमेंट भी ले लिया था। संपत्ति की चाबी जिस स्टील की अलमारी में रहती थी उसे भी तोड़ने की कोशिश हत्यारों ने की है लेकिन सफल नहीं हो पाए हैं। इसीलिए अंदाजा लगाया जा रहा है कि संपत्ति के लिए ही दंपति की हत्या हुई है।
उल्लेखनीय है कि वारदात के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फोन कर पुलिस आयुक्त को मौके पर भेजा था और जल्द से जल्द हत्यारों को पकड़ने का आदेश भी दिया है। हालांकि 72 घंटे से अधिक का समय बीतने के बावजूद जांच अधिकारियों के हाथ खाली हैं।