गुरुग्राम। करोड़ों रुपये की लूट से जुड़े एक मामले में आरोपित निलंबित आईपीएस अधिकारी धीरज सेतिया को शुक्रवार को उस समय राहत मिली जब पुलिस ने मुख्य आरोपियों की सूची से उनका नाम हटा दिया। मामले की जांच कर रहे विशेष कार्यबल (एसटीएफ) के एक अधिकारी ने बताया कि एक अदालत में दायर पूरक आरोपपत्र में, सेतिया का नाम कॉलम दो में रखा गया है। अधिकारी के अनुसार यह दर्शाता है कि वर्तमान स्तर पर सेतिया के खिलाफ कार्यवाही करने की आवश्यकता नहीं है।
अल्फा जी. कॉर्प मैनेजमेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के एक कर्मचारी द्वारा 21 अगस्त, 2021 को गुड़गांव वन सोसाइटी, सेक्टर 84 में अपने कार्यालय में चोरी की सूचना दी गई थी। शुक्रवार को अदालत में दाखिल पूरक आरोपपत्र में एसटीएफ ने सेतिया का नाम कॉलम संख्या दो में रखा है, यानी पुलिस की जांच में उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला और उसके खिलाफ आरोपपत्र दायर नहीं किया गया है। अधिकारी ने बताया कि सेतिया के ‘पॉलीग्राफ टेस्ट’ (झूठ पकड़ने के लिए होने वाले परीक्षण) में भी उन पर लगे आरोप साबित नहीं हो सके।