पटना: बिहार की राजधानी पटना में फुलवारीशरीफ से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के संदिग्ध आतंकी मॉड्यूल मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी जांच करेगा। ईडी ने बिहार पुलिस की एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। ईडी गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों से पूछताछ करेगी और उनके द्वारा किए गए पैसों के लेनदेन की जांच करेगी। ईडी नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ हुए विरोध-प्रदर्शन में पीएफआई की भूमिका जांच भी कर रही है।
ईडी के एक सीनियर अफसर ने कहा कि पटना पीएफआई मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मामला दर्ज हुआ है। आरोपियों से जल्द पूछताछ होगी। पीएफआई से जुड़े अन्य केस की ईडी जांच कर रही है। एक मामले में लखनऊ के स्पेसल कोर्ट में आरोप-पत्र भी दाखिल किया है। केरल में भी ईडी पीएफआई से जुड़े पैसों के लेनदेन के मामले की जांच कर रही है।
बता दें कि बिहार पुलिस ने पटना के फुलवारीशरीफ स्थित पीएफआई के दफ्तर में पिछले दिनों आतंकी ट्रेनिंग कैंप का भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने मौके से झारखंड पुलिस के रिटायर्ड पुलिसकर्मी मोहम्मद जलाउद्दीन और अतहर परवेज को गिरफ्तार किया था। उसके बाद यूपी एटीएस ने लखनऊ से नूरुद्दीन जंगी को भी पकड़ा गया।
केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए भी इस मामले की तफ्तीश कर रही है। पूर्वी चंपारण जिले के ढाका और पलनवा में मंगलवार को छापेमारी की और मदरसा से शिक्षक मुफ्ती असगर अली को पकड़ा। स्थानीय पुलिस थाने में पूछताछ के बाद एनआईए की टीम उसे अपने साथ ले गई।