जयपुर: राजस्थान में करौली हिंसा मामले पर बीजेपी के हमलों के बीच गहलोत सरकार ने पूरे राज्य में सरकारी खर्च पर हनुमान जयंती पर सुंदरकांड का पाठ करवाया. राजस्थान सरकार के सभी मंत्री और विधायकों ने हनुमान जयंती के इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया. खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया तो बारां में आठ किमी की हनुमान जयंती शोभा यात्रा निकाल रहे हैं. जयपुर में उद्योग एवं देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने हवामहल के रामचंद्र जानकी जी मंदिर में सुंदरकांड का पाठ किया. इस मौके पर शकुंतला रावत ने बताया कि राजस्थान सरकार राज्य के मंदिरों में हनुमान जी का जन्मोत्सव धूमधाम से मना रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं कि इस तरह के धार्मिक आयोजन हों और लोगों की खुशहाली के लिए मंदिरों में पूजा-प्रार्थना की जाए.
इस अवसर पर शकुंतला रावत ने बीजेपी पर भी हमला बोला. उन्होंने बीजेपी को धर्म के नाम पर लड़ाने वाली पार्टी बताया. शकुंतला ने कहा कि बीजेपी अपने नेताओं का पाठ करती है. वहीं कांग्रेस देवी-देवताओं का पाठ करती है. ये लोग धर्म के नाम पर लड़ाने वाले होते हैं और हम धर्म के आधार पर जोड़ने वाले लोग हैं. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बड़ी-बड़ी तस्वीरें लगाए जाने पर मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि अशोक गहलोत लोकप्रिय मुख्यमंत्री हैं और उन्हीं के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम किया जा रहा है. इसलिए उनकी तस्वीरें तो रहेंगी.
सुंदरकांड का पाठ करने आईं समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष और कांग्रेस नेता अर्चना शर्मा ने कहा कि भगवान बीजेपी की बपौती नहीं हैं, वो सबके हैं. पूजा-पाठ तो हमारा संस्कार ही रहा है. हम दिखावे का काम नहीं करते हैं. राजस्थान सरकार के देवस्थान के शासन सचिव ने राज्य के सभी जिलों के मंदिरों में ये पाठ कराने के आदेश जारी किए थे, जिसके लिए बजट भी जारी किया गया था.
देवस्थान विभाग के आयुक्त करण सिंह ने कहा कि राज्य के 550 मंदिरों में आज पूजा और सुंदर कांड का पाठ किया जा रहा है. राजस्थान कांग्रेस के सभी मंत्री-विधायक, नेताओं को आदेश दिया गया है कि इस सरकारी पूजा पाठ में हिस्सा लें.
करौली हिंसा के बाद राजस्थान सरकार को यह इनपुट मिला है कि हनुमान जयंती के मौके पर बड़ी संख्या में शोभायात्रा के दौरान हिंसा हो सकती है. इसे लेकर राजस्थान सरकार ने सभी बड़े शहरों में धारा 144 लगा दी है. बीजेपी इसको लेकर सरकार पर हमला बोल रही है. माना जा रहा है कि गहलोत सरकार भी हिंदुत्व का कार्ड खेलते हुए पहली बार मंदिरों में हनुमान जयंती और रामनवमी मनाने जा रही है. गौरतलब है कि हिंदू संगठन इन दोनों त्योहारों पर शोभायात्रा निकालते रहे हैं.
बता दें कि करौली में हिंदू नववर्ष के दिन हंगामा हुआ था, पत्थरबाजी हुई थी. बवाल इतना भयानक था कि करौली में कर्फ्यू लगाना पड़ा. इस बवाल में 30 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हुए, 40 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हुई. मगर हंगामा तब और बरपा जब करौली की हिंसा में पीएफआई का एंगल आ गया.