शिमला: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में एक जलधारा में अचानक जलस्तर बढ़ जाने के बाद फंसे 10 लोगों को लगभग नौ घंटे के बचाव अभियान के बाद शुक्रवार को बचा लिया गया। राज्य आपदा प्रबंधन के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी के मुताबिक इन 10 लोगों में आठ पर्यटक हैं।
राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि सेना की एक टीम, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 22 सदस्यों और पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया टीम (क्यूआरटी) ने बचाव अभियान चलाया। नौकाओं की मदद से जलधारा में फंसे हुए सभी लोगों को बचा लिया गया। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला आपात अभियान केंद्र ने इससे पहले बताया था कि धीरा अनुमंडल के थुरल में स्थित नेगल खड्ड में जल स्तर में सुबह करीब आठ बजे अचानक वृद्धि हो जाने के कारण दो महिलाओं समेत 10 लोग फंस गए।
प्रारंभिक सूचना के अनुसार छह से सात लोग धारा में फंसे थे। अधिकारी ने बताया कि फंसे हुए लोगों में आठ पर्यटक और दो स्थानीय लोग शामिल हैं। पर्यटक वहां दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए गए थे लेकिन जल स्तर अचानक बढ़ गया, जिससे उन्हें घंटों ऊंचे स्थान पर शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। आठ में से सात पर्यटक बिहार के रहने वाले हैं। इन पर्यटकों की पहचान राम देव (48) उनकी पत्नी सुकमा देवी (45) और उनकी बेटी सुनीता कुमारी के अलावा सुबोध सिंह (55) उनके बेटे रविंदर बिंद (25), मिथुन (23) और रविंदर सिंह (33) के रूप में की गयी है।